PATNA : बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा आज विधानसभा में ऐसा उठा की शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा की फजीहत हो गई। सदन के प्रश्नोत्तरकाल में रघुनाथपुर से आरजेडी विधायक हरिशंकर यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र में ऐसे स्कूल का मामला उठाया जिसमें छात्र तो है लेकिन एक भी शिक्षक नहीं।
इस सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने सदन को बताया कि सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद अब सरकार ने शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंत्री के जवाब से ज्यादातर विधायक असंतुष्ट दिखे और सदन में जमकर शोर शराबा हुआ। हंगामा इतना बढ़ा कि विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी को शिक्षा मंत्री से कहना पड़ा कि वह नियोजन प्रक्रिया की समय सीमा को लेकर सदन में स्पष्ट तौर पर जवाब दें।
सदन में भारी हंगामे के बीच कृष्णनंदन वर्मा ने सरकार की तरफ से भरोसा दिया कि इस साल नवंबर महीने तक शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। लेकिन शिक्षा मंत्री के इस जवाब के बावजूद विपक्ष हंगामे पर अड़ा रहा। आरजेडी विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि सदन की एक कमेटी बनाकर शिक्षक नियोजन प्रक्रिया की वास्तविक स्थिति की समीक्षा होनी चाहिये। संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने विपक्ष पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष ठोस आश्वासन के बावजूद बेवजह हंगामा कर रहा है।