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1st Bihar Published by: Updated Sun, 15 Aug 2021 11:54:40 AM IST
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PATNA : बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर दिन बड़ी घोषणाएं करते हैं. मुख्यमंत्री कई बार खुद खुले मन से कह चुके हैं कि शराब माफिया के ऊपर नकेल कसने के लिए आम लोग सहयोग करें. शराब की बिक्री अगर होती है तो इसके बारे में पुलिस को सूचना दें. मुख्यमंत्री ने लोगों को यह भी भरोसा दिया है कि अगर उन्होंने कोई जानकारी दी तो पहचान गुप्त रखी जाएगी और सरकार सुरक्षा भी मुहैया कराएगी. लेकिन तमाम दावों के बावजूद पटना के एक युवक की जिंदगी केवल इसलिए खराब हो रही है. क्योंकि उसने नीतीश कुमार की बात पर भरोसा कर शराब माफिया के खिलाफ शिकायत की.
पटना के दनियावा का रहने वाला अमित कुमार उर्फ़ महात्मा जी अपने परिवार के साथ आज जेडीयू कार्यालय के बाहर पहुंचा और अपने शरीर पर पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने की धमकी दे डाली. इस पूरे घटनाक्रम के बाद जदयू कार्यालय के बाहर अफरा-तफरी मच गई. हंगामे के बीच युवक अमित कुमार लगातार कहता रहा कि शराब माफिया के खिलाफ शिकायत करने के बाद पुलिस उल्टे ही पीट रही है. युवक का आरोप है कि उसकी जिंदगी खराब हो रही है और परिवार के साथ जीना मुश्किल हो गया है. ऐसे में वह सब कुछ खत्म कर लेना चाहता है.
अमित का कहना है कि नीतीश कुमार के सामने उसने पहले भी गुहार लगाई. इसके पहले मुख्यमंत्री आवास के सामने लेकिन उसे न्याय नहीं मिला. अब हालात यह है कि दरोगा से लेकर पटना के एसएसपी तक उसकी बात नहीं सुन रहे. अमित का आरोप है कि थाने में दारोगा ने भी बड़ी बेरहमी से उसकी पिटाई की. सुरक्षा नहीं मिलने के बाद वह पत्नी और बच्चे को लेकर वृंदावन चला गया था. लेकिन सरकार से इंसाफ के लिए अब वह लौटकर वापस आ गया है.
जेडीयू कार्यालय के बाहर फूट-फूटकर रट हुए अमित ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सुरक्षा का भरोसा दिया था. लेकिन पुलिसवालों ने कोई मदद नहीं की. इसलिए मैंने यह निर्णय लिया है कि पत्नी और बच्चा समेत पूरा परिवार आत्महत्या कर लेंगे. नहीं तो मुख्यमंत्री शराब माफियाओं पर कार्रवाई कर मुझे इंसाफ दिलाएं.