PATNA: देशभर में सनातन धर्म को लेकर छिड़े संग्राम के बीच आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद रविवार को पत्नी राबड़ी देवी के साथ देवघर के लिए रवाना हो गए। देवघर में लालू-राबड़ी बाबा मंदिर पहुंचकर भोलेनाथ के दरबार में हाजिरी लगाएंगे। इसके साथ ही देवघर में लालू प्रसाद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगे। इस बीच सियासी गलियारे में यह सवाल भी उठ रहा है कि आखिर क्या कारण है कि लालू इन दिनों पूजा पाठ पर विशेष जोर दे रहे हैं?
दरअसल, लालू प्रसाद हाल के कुछ दिनों से पूजा-पाठ पर विशेष जोर दे रहे हैं। लालू ने इसकी शुरूआत अपने गृह जिले गोपालगंज से शुरू की थी। लालू प्रसाद पिछले दिनों अपने गृह जिला गोपालगंज पहुंचे थे, जहां वे राबड़ी देवी और अपने मंत्री बेटे तेजप्रताप यादव के साथ थाने भवनी के मंदिर पहुंचे थे और वहां पूजा अर्चना करने के बाद अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे थे। पैतृक गांव में पहुंचते ही लालू सबसे पहले मंदिर पहुंचे थे।
इसके बाद I.N.D.I.A गठबंधन की दूसरी बैठक में शामल होने के लिए मुंबई पहुंचे लालू सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे थे और वहां तेजस्वी और मीसा भारती के साथ पूजा अर्चना की थी। इसके बाद पटना पहुंचने के बाद अचानक हरिहर नाथ मंदिर पहुंच गए और वहां पूजा अर्चना की। जन्माष्टमी के मौके पर लालू इस्कॉन मंदिर पहुंचे थे और वहां भी उन्होंने पूजा अर्चना की थी। अब लालू भोलेनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने के लिए देवघर रवाना हुए हैं।
बता दें कि इंडिया गठबंधन की दूसरी बैठक के बाद विपक्ष के विभिन्न दलों के नेता सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के मंत्री बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी और उसे हटाने की बात कही थी। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांग खरगे ने भी सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया। खरगे के बाद डीएमके के नेता ए. राजा ने सनातन धर्म की तुलना HIV से कर दी।
खुद लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बयान दिया कि टीका लगाने वाले लोगों ने भारत को गुलाम बनाया था। जगदानंद सिंह के बाद आरजेडी कोटे से मंत्री बने चंद्रशेखर ने जन्माष्टमी के मंच से इस्लाम के संस्थापक मोहम्मद साहब को मर्यादा पुरुषोत्तम की उपाधि दे दी।
विपक्षी दल के नेताओं की तरफ से हिंदू धर्म के खिलाफ बयानबाजी से देश की सियासत गर्म है। एक तरफ लालू प्रसाद अपनी पत्नी के साथ मंदिर-मंदिर घूमकर मत्था टेक रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के नेता सनातन धर्म को लेकर जहर उगल रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि लालू एक सोची समझी रणनीति के तहत विभिन्न मंदिरों में घूम घूमकर पूजा अर्चना कर रहे हैं।