SAMASTIPUR: इस वक्त की बड़ी खबर समस्तीपुर से आ रही है, जहां पुलिस ने डबल मर्डर केस के आरोपी जेडीयू के पूर्व विधायक रामबालक सिंह को छपरा में चलती ट्रेन से गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस ने समस्तीपुर के विभूतिपुर थाना क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड मामले में रामबालक सिंह के भाई लालबाबू सिंह को दिल्ली एनसीआर से गिरफ्तार किया था। जीआरपी की टीम ने दिल्ली से जयनगर आ रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस से पूर्व विधायक रामबालक सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूर्व विधायक और उनके भाई पर पूर्व मुखिया समेत दो लोगों की हत्या का आरोप है।
दरअसल, समस्तीपुर के विभूतिपुर थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुए पूर्व मुखिया और उनके सहयोगी के डबल मर्डर केस में पुलिस ने पूर्व विधायक को नाटकीय ढंग से छपरा स्टेशन से गिरफ्तार किया है। समस्तीपुर पुलिस और रेल पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर चलती ट्रेन से डबल मर्डर के आरोपी पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया है। पूर्व विधायक रामबालक सिंह हत्याकांड के बाद से ही फरार चल रहे थे।
गिरफ्तार होने के बाद पूर्व विधायक ने अपने ऊपर लगे सभी आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह रोसड़ा कोर्ट में सरेंडर करने ही जा रहे थे। उन्होंने कहा कि घटना के दिन वे मौके पर मौजूद नहीं थे, वह एक शादी समारोह में थे लेकिन इसके बावजूद उन्हें साजिश के तहत आरोपी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कई दिनों से उनके ऊपर राजनीति छोड़ देने का दवाब बनाया जा रहा है। इसी को लेकर ऐसी साजिश रची गयी है।
बता दें कि 20 फरवरी 2023 को बाइक सवार बदमाशों ने विभूतिपुर प्रखंड के सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण पंचायत के पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह और उनके सहयोगी सत्यनारायण महतो को गोली मारकर हत्या कर दी थी। पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह को 7 गोली लगी, जबकि उनके सहयोगी सत्यनारायण सिंह को एक गोली लगी थी। उस वक्त दोनों बाइक पर सवार होकर चिमनी की ओर जा रहे थे। इस घटना के बाद विभूतिपुर में जमकर बवाल हुआ था।
इस मामले में पूर्व मुखिया के भाई ने नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें विभूतिपुर के पूर्व विधायक रामबालक सिंह, उनके भाई लालबाबू सिंह समेत छह लोगों को आरोपित किया गया था। इससे पहले समस्तीपुर पुलिस ने जदयू के पूर्व विधायक रामबालक सिंह के भाई लालबाबू सिंह को दिल्ली एनसीआर से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने खुलासा किया था कि पूर्व मुखिया और उसके सहयोगी की हत्या अश्लील वीडियो को लेकर हुई थी। पुलिस को मुताबिक पूर्व MLA रामबालक सिंह के अश्लील वीडियो को पूर्व मुखिया वायरल कर रहा था। जिससे नाराज पूर्व विधायक के भाई लालबाबू सिंह ने पूर्व मुखिया और उसके सहयोगी की हत्या करा दी थी।