रूपेश हत्याकांड : 3 IPS, एक IG, 2 DSP और 4 थानेदार ने मिलकर एक बाइक चोर को पकड़ा, SSP ने कहा- हमने झोला भी बरामद किया है

रूपेश हत्याकांड : 3 IPS, एक IG, 2 DSP और 4 थानेदार ने मिलकर एक बाइक चोर को पकड़ा, SSP ने कहा- हमने झोला भी बरामद किया है

PATNA : राजधानी पटना के चर्चित रूपेश हत्याकांड मामले में पटना पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पटना एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रुपेश सिंह की हत्या के पीछे रोडरेज का मामला बताया जा रहा है. 3 आईपीएस अधिकारी, एक आईजी, 2 डीएसपी, 4 थानेदार और लगभग 60 पुलिसवालों की स्पेशल टीम ने एक बाइक चोर को पकड़ा है. पटना पुलिस के लिए यह बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. पुलिस मुख्यालय ने इस बाइक चोर को पकड़ने के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम (SIT), स्पेशल टास्क फोर्स (STF), क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) के साथ साक्ष्यों पर काम के लिए फॉरेंसिंक (FSL) टीम को भी लगाया गया था. पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया है कि पुलिस एक झोला भी बरामद करने में कामयाब हुई है.


पटना के एसएसपी उपेन्‍द्र शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर खुलासा किया कि उस शख्स ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है, जिसने अपने जीवन में पहली बार गोली चलाई. पुलिस ने मुख्‍य आरोपी ऋतु राज को गिरफ्तार किया है, जो आर.के.नगर में रहने वाले मनोरंजन का बेटा बताया जा रहा है. एसएसपी ने बताया कि आरके नगर इलाके से गिरफ्तार हुआ है. इसके पास से पिस्टल भी बरामद किया गया है. इसके अलावा कपड़ा, ब्लैक जैकेट, घड़ी, ब्लैक पट्टी वाला वाइट जूता, झोला और न्यूज़ पेपर भी बरामद किया है.




प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पटना पुलिस ने ऋतु राज को मीडिया के सामने भी पेश किया. मुख्य आरोपी ऋतु राज ने बताया कि वह अपने पास एक साल से हथियार रखता था. उसने जिंदगी में पहली बार गोली चलाई. जब उसने रुपेश के ऊपर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, तो उसने देखा भी नहीं की कितनी गोली उसके बन्दुक से चली. मीडियाकर्मियों के सवाल का जवाब देते हुए आरोपी ऋतू राज ने बताया कि उसके साथ 3 अन्य साथी भी थे, जो इस हत्याकांड में शामिल थे. लेकिन रुपेश के ऊपर उसी ने गोलियां बरसाईं. उसने ये भी बताया कि जो भी साथी उसके साथ रुपेश को मारने गए थे, उन्होंने फायरिंग की या नहीं उसने देखा भी नहीं.


आपको बता दें कि घटना के कुछ ही घंटे बाद मुख्यालय एडीजी जितेंद्र कुमार ने कहा था कि इस हत्याकांड को किसी प्रोफेशनल शूटर ने अंजाम दिया है. उन्होंने कहा था कि "रूपेश हत्याकांड का अनुसंधान चल रहा है. सभी एंगल पर जांच की जा रही है. अभी तक जो इनपुट मिले हैं, उससे लग रहा है कि पुलिस जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश कर देगी. पुलिस की अब तक की जांच में यह भी स्प्ष्ट हो गया है कि रूपेश की हत्या सुपारी देकर प्रोफेशनल शूटर से कराई गई थी. ऐसे में एसटीएफ के साथ एसआइटी की टीम शूटरों की तलाश में लगातार इनपुट जुटा रही है. पुलिस की अलग-अलग टीमें छापेमारी भी कर रही है."


अब रूपेश सिंह के परिवार ने इसपर सवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा है कि ये बात पचने वाली नहीं है. पटना पुलिस के खुलासे पर मृतक रूपेश सिंह के परिवार ने ही सवाल खड़ा कर दिया है. रूपेश सिंह के भाई नंदेश्वर सिंह ने कहा कि "इतनी भयानक हत्या हुई है. रोड रेज की घटना, इतनी छोटी से बात सामने आ रही है, ये बात हमलोगों को नहीं पच रही है. इतनी मामूली सी बात को लेकर इतनी बड़ी हत्याकांड को कोई अंजाम दे दे. आये दिन रोड रेज की इतनी सारी घटनाएं हो रही हैं लेकिन इतनी बड़ी घटना को कोई अंजाम तो नहीं दे रहा है. मामूली सी बात पर किसी की हत्या तो नहीं की जा रही है. अब आगे देखिये कि पटना पुलिस आगे पड़ताल कर के क्या निकालती है."


पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने कहा है कि रोडरेज को लेकर रुपेश की हत्‍या की गई. पुलिस के अनुसार रूपेश हत्‍याकांड को लेकर जानकारी मिली है कि नवम्‍बर 2020 में रोडरेज की एक घटना हुई थी. लोजपा कार्यालय के पास रुपेश की गाड़ी से बाइक चोर मरते-मरते बचा था. एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि ऋतू राज पटना के आदर्श नगर इलाके के रोड नंबर 2 का रहने वाला है. इसका ननिहाल घोषी में है. उन्होंने आगे बताया कि जिस बाइक पर ऋतू राज बैठा था, उस बाइक को आलमगंज के चैलीटांड़ का रहने वाला एक दूसरा अपराधी चला रहा था. ऋतू राज अपाची बाइक पर पीछे बैठा था. इनके साथ पल्सर गाड़ी से दो अन्य अपराधी भी थे. 


एसएसपी ने ऋतु राज के बारे में आगे की जानकारी देते हुए बताया कि रूपेश मर्डर केस में बतौर मुख्‍य आरोपी पकड़ा गया ऋतुराज पढ़ा लिखा है. उसने जयपुर से भूगोल में बीए आनर्स किया है. वह वहां एक बैंक में नौकरी भी कर चुका है. दिल्‍ली में काल सेंटर में भी नौकरी की थी। 2016 में वह अपने घर लौट आया था. पुलिस के मुताबिक पिछले एक-डेढ़ साल से वह बाइक चोरी की घटनाओं में लिप्‍त था. वह अक्‍सर अपने साथ एक हथियार भी रखता था.


आपको बता दें कि इस हाईप्रोफाइल हत्‍याकांड से बिहार में कानून-व्‍यवस्‍था को लेकर लगातार गंभीर सवाल खड़े हो रहे थे. आपको बता दें कि 22 दिन पहले 12 जनवरी को पटना एयरपोर्ट से लौटकर अपने घर के बाहर गाड़ी करते ही अपराधियों ने उन्‍हें ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया था. रुपेश सिंह अपने परिवार के साथ राजधानी पटना के पुनाईचक स्थित कुसुम विला अपार्टमेंट में रहते थे.


अपार्टमेंट से इसी रास्‍ते होकर अक्‍सर रूपेश पटना एयरपोर्ट आते-जाते थे। बताया जा रहा है कि हत्‍या के दिन भी वह इसी रास्‍ते एयरपोर्ट पर अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद शाम को अपार्टमेंट लौट रहे थे. आपको याद हो कि रूपेश को पुनाईचक में ठीक उनके अपार्टमेंट के सामने मारा गया था.  बाइक सवार बदमाशों ने कार में सवार रुपेश पर ताबड़तोड़ गोलियां दागी थीं. रुपेश को छह गोलियां मारने की बात सामने आई थी. हालांकि रुपेश के शरीर पर 15 से अधिक जख्‍म के निशान मिले थे. इस हत्‍या में मुंगेर निर्मित पिस्‍टल का इस्‍तेमाल करने की बात सामने आई थी.