RSS प्रमुख मोहन भागवत पर अखिलेश सिंह का बेतुका बयान, कहा..सबसे पहले खुद शादी कर बच्चा पैदा करे..फिर सलाह दें

RSS प्रमुख मोहन भागवत पर अखिलेश सिंह का बेतुका बयान, कहा..सबसे पहले खुद शादी कर बच्चा पैदा करे..फिर सलाह दें

PATNA: RSS प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले दिनों भारत की जनसंख्या को लेकर चिंता जताई और जनसंख्या नीति को लेकर अजीबोगरीब बयान दे दिया था। महाराष्ट्र के नागपुर में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवन ने कहा था कि यह काफी जरूरी है कि जनसंख्या की औसत वृद्धि दर 2.1 से नीचे न आ जाए। ऐसे में हमारे लिए काफी जरूरी है कि दो या तीन बच्चे पैदा किए जाएं। 


संघ प्रमुख मोहन भागवान के इस बयान के बाद से ही विपक्ष लगातार हमलावर है। बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि मोहन भागवत जिस तरह से RSS के लोगों को 3-3 बच्चे पैदा करने का संदेश दे रहे हैं, सबसे पहले मोहन भागवत को शादी कर लेना चाहिए। कम से कम वो बच्चा पैदा कर लें। आरएसएस के लोगों को फिर सलाह दें।


गौरतलब है कि महाराष्ट्र के नागपुर में रविवार 01 दिसंबर को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि यह काफी जरूरी है कि जनसंख्या की औसत वृद्धि दर 2.1 से नीचे न आ जाए। ऐसे में हमारे लिए काफी जरूरी है कि दो या तीन बच्चे पैदा किए जाएं।


मोहन भागवत ने कहा कि जनसंख्या का औसत आंकड़ा 2.1 की ही रहा तो बिना किसी खतरे के पृथ्वी से मानवता खत्म हो जाएगी। अगर ऐसे ही आबादी दर कम बनी रही तो फिर कई भाषाएं और सभ्यताएं समाप्त होने के कगार पर पहुंच जाएंगी। उन्होंने कहा कि आबादी एक चिंता का विषय है। आधुनिक जनसंख्या विज्ञान कहता है कि जब जन्म दर 2.1 से नीचे जाती है तो फिर धरती से मानवता ही खत्म होने का खतरा पैदा हो जाता है।


आरएसएस चीफ ने कहा कि ऐस हालात में समाज खत्म हो जाता है जबकि उसके आगे कोई प्रत्यक्ष संकट नहीं होता। ऐसी स्थिति में कई भाषा और सभ्यता के खत्म होने का खतरा बना रहता है। देख की जनसंख्या नीति साल 1998 या 20002 में तय हुई थी। जनसंख्या की औसत दर 2.1 से कम नहीं होनी चाहिए। हमारे लिए जरूरी है कि दो या तीन बच्चे हों। आबादी की जरूरत है ताकि समाज का अस्तित्व बना रहे।


बता दें कि आरएसएस जनसंख्या असंतुलन को लेकर कई बार इस बात को दोहरा चुके है। खासतौर पर हिंदुओं की आबादी का प्रतिशत कम होने को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत कई बार चिंता जाहिर कर चुके हैं। वह कहते रहे हैं कि भारत में हिंदुओं का बहुसंख्यक होना जरूरी है। रिपोर्ट्स में भी यह दावा किया जा चुका है कि मुसलमानों की आबादी का प्रतिशत आजादी के बाद से अबतक बढ़ा है जबकि हिंदुओं की आबादी का प्रतिशत कम हो रहा है।


मोहन भागवत के इस बयान पर पलटवार करते हुए बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि मोहन भागवत जिस तरह से RSS के लोगों को 3-3 बच्चे पैदा करने का संदेश दे रहे हैं, सबसे पहले मोहन भागवत को शादी कर लेना चाहिए। कम से कम वो बच्चा पैदा कर लें। फिर आरएसएस के लोगों को सलाह देने का काम करे।