DESK : न्यूजीलैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में करारी शिकस्त के बाद भारतीय टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए अपने स्क्वाड का ऐलान कर दिया है। इस बार टीम में ऑलरआउंर के तौर पर नीतीश कुमार रेड्डी को भी शामिल किया गया है। नीतीश से पहले शार्दुल ठाकुर के नाम की भी खूब चर्चा हुई थी। लेकिन शार्दुल को मौका नहीं दिया गया है।
दरअसल, नीतीश कुमार रेड्डी को हाल ही में टीम इंडिया के लिए टी20 फॉर्मेट में डेब्यू करने का मौका मिला था, लेकिन अब पेस बॉलिंग ऑलराउंडर के तौर पर रेड्डी को पहली बार टेस्ट टीम में मौका मिला है। वहीं टीम इंडिया की टेस्ट में चयन के बाद इस बात को लेकर खूब चर्चा हो रही है। चर्चा इसलिए हो रही है कि इनके पहले शार्दुल ठाकुर का नाम भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए सामने आ रहा था, लेकिन उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में आइए जानते हैं क्यों रोहित शर्मा के चहेते शार्दुल ठाकुर की जगह नितीश रेड्डी को टेस्ट में शामिल किया गया है।
जानकारी हो कि नीतीश रेड्डी पेस बॉलर ऑलराउंडर हैं। तेज गति से रन बनाने के साथ-साथ अच्छी पेस के साथ दमदार गेंदबाजी भी करते हैं। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की तेज पिचों पर इनके जैसा खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए लॉटरी की तरह साबित हो सकते हैं। टीम में मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह और आकाशदीप के रूप में तीन प्रमुख तेज गेंदबाज हैं। ऐसे में नितीश रेड्डी निश्चित रूप से प्लेइंग इलेवन में खेलेंगे और भारतीय टीम के लिए चौथे पेसर की भूमिका में दिखेंगे।
रेड्डी को टीम इंडिया में शामिल किए जाने के पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि रोहित शर्मा बैटिंग डेप्थ चाहते हैं। बैटिंग जितनी लंबी होगी टीम इंडिया के लिए उतना अच्छा होगा। इसके अलावा रेड्डी को मध्यक्रम में खेलने का बेहतरीन अनुभव है। इसके साथ ही उनकी पेस बॉलिंग भी टीम का काफी मदद करेगी। हालांकि, शार्दुल ठाकुर भी टीम के लिए ऐसा ही करते थे, लेकिन चोट से उबरने के बाद उनकी टीम इंडिया में जगह नहीं बन पा रही है। लिहाजा अब उन्हें और भी इंतजार करना होगा।