आरजेडी ने 4 विधायकों को पार्टी से निकाला, दल विरोधी गतिविधि के कारण 14 नेताओं पर की कार्रवाई

आरजेडी ने 4 विधायकों को पार्टी से निकाला, दल विरोधी गतिविधि के कारण 14 नेताओं पर की कार्रवाई

PATNA :  इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधि को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने 4 विधायक सहित 14 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर इन नेताओं के ऊपर कार्रवाई की गई है. इन नेताओं को राजद से 6 साल के लिओए निष्काषित किया गया है.




राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने और दल विरोधी गतिविधि को लेकर 6 साल के लिए पूर्वी चंपारण के विधायक राजेश कुमार, जफर आलम, सहरसा विधायक जफर आलम, गोपालगंज एमएलए मो नेमतुल्लाह और मुजफ्फरपुर सुरेंद्र रॉय निकाला गया है.


आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब महज कुछ ही दिन बचे हैं. पीएम मोदी ने बिहार में चुनावी जनसभा की शुरुआत कर दी है. उन्होंने बिहार में शुक्रवार को 3 चुनावी रैलियों को संबोधित किया. पीएम के संबोधन पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है. तेजस्वी ने सीएम नीतीश और पीएम मोदी की नीतियों और वादों पर सवाल उठाया है. 


राजधानी पटना में तेजस्वी प्रेस कांफ्रेंस कर ने कहा कि वह ठेठ बिहारी हैं. बिहारियों की आवाज उठा रहे हैं. मजदूरों और युवाओं की बात कर रहे हैं. मैं युवा हूं और नौजवानों की बात कर रहा हूँ.  उन्होंने कहा कि दूसरी ओर 70 साल के नीतीश और मोदी हैं, यह लगभग 2 पीढ़ियों का अंतर है. 


इस दौर में भी नीतीश कुमार युवाओं को ब्लैक एंड वाइट टीवी दिखाने चाहते हैं और मैं 24 इंच वाले आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की ओर ले जाना चाहते हैं. भाजपा नीतीश सरकार में है. सुशील मोदी आज फैक्ट्री और नौकरी की बात कर रहे हैं. 15 साल बाद उनका नींद क्यों खुला ?


तेजस्वी ने कहा कि 2015 के विधानसभा चुनाव में मोदी जी ने नीतीश के 35 घोटालों की लिस्ट जारी की थी. उसमें और 25 जुट गया है. शिक्षा हो या स्वास्थ्य हर क्षेत्र में बिहार सबसे फिसड्डी राज्य है. आयुष्मान भारत योजना से एक पैसा भी पिछले वित्तीय वर्ष में नहीं दिया गया. बिहार के विशेष राज्य दर्जे से पीएम बिहार को कब तक वंचित रखेंगे. बिहार के लोगों को प्रधानमंत्री से बड़ी उम्मीदें हैं. 


भाजपा वाले 19 लाख रोजगार पैदा करने की बात कह रहे हैं. आरजेडी 10 लाख सरकारी नौकरी देना चाहती है, इसके अलावा प्राइवेट नौकरी भी दी जाएगी. बीजेपी वाले नौकरी नहीं देंगे, अवसर बनाएंगे. अगर अवसर ही बनाना था, तो पिछले 15 साल में उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया. 2014 में भाजपा ने वादा किया था कि हर हाल 2 करोड़ बेरोजगारों को नौकरी दी जाएगी.


2004 से 2009 के बीच यूपीए की सरकार ने 1 लाख 44 हजार करोड़ का पैकेज दिया था. लालू यादव ने लाखों लोगों को रोजगार दिया. इसके अलावा तीन-तीन रेल कारखानों को भी उन्होंने बिहार के 3 जिलों में स्थापित किया. तेजस्वी ने वादा किया कि बिहार में जितनी भी चीनी मिलें और जूट मिलें हैं, जो बंद पड़े हैं. उन्हें महागठबंधन की सरकार चालू करेगी.