PATNA: बिहार सरकार(Bihar Government) के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग(Revenue and Land Reforms Department) ने राज्य के अंचल कार्यालयों की रैंकिंग(ranking) जारी कर दी है। भूमि सुधार विभाग की रैंकिंग में सीवान के हसनपुरा अंचल कार्यालय को पहला स्थान मिला है। हसनपुरा ब्लॉक 100 में से 85.83 अंक लाकर टॉप पर है। इसके साथ ही अन्य जिलों के ब्लॉक कार्योलयों की रैंगिंग भी जारी की गई है।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल के निर्देशा पर विभाग द्वारा अंचल कार्यालयों से लेकर जिलों तक किये जा रहे राजस्व कार्यों की समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में विभाग द्वारा राज्य के सभी 534 अंचल कार्यालयों की समीक्षा कर उनकी नवंबर माह की रैंकिंग जारी की गई है।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा है कि ‘’आम जनता को भूमि सर्वे सहित अन्य प्रकार के राजस्व कार्यों में किसी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिये मुख्यालय स्तर से अंचल कार्यालयों की समीक्षा की जा रही है। अंचल कार्यालयों की रैंकिंग जारी होने और उनके कार्यों की लगातार समीक्षा से कार्यप्रणाली में क्रमवार सुधार जारी है।’’
इस रैंकिंग में सीवान के हसनपुरा अंचल कार्यालय को पहला, बांका के फुल्लीडुमर को दूसरा एवं वैशाली के पातेपुर को तीसरा स्थान मिला है। अक्टूबर में पहले स्थान पर फुल्लीडुमर और दूसरे स्थान पर हसनपुरा अंचल कार्यालय था। टॉपर हसनपुरा को 100 में 85.83 अंक मिले हैं तो दूसरे नंबर पर रहे फुल्लीडुमर को 85.77 अंक और तीसरे नंबर पर रहे पातेपुर को 82.72 अंक मिले हैं।
टॉप टेन में बांका के तीन और वैशाली के तीन अंचल कार्यालय स्थान बना पाए हैं। इस माह की रैंकिंग में मुजफ्फरपुर का पारू अंचल कार्यालय लंबी छलांग लगाते हुए पिछले माह के 21 स्थान से 82.36 अंक लाकर चौथे स्थान पर पहुंच गया है। वैशाली का महुआ पिछले माह के चौथे से 81.21 अंक के साथ पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। छठे स्थान पर बांका का बरहट, सातवें स्थान पर औरंगाबाद का हसपुरा, आठवें स्थान पर वैशाली का जंदाहा, नौवें स्थान पर बांका का शंभुगंज एवं दसवें स्थान पर सुपौल का मरौना अंचल कार्यालय है।
वहीं 11 वें नंबर पर सीवान का नौतन, 12 वें नंबर पर बांका का बौंसी, 13 वें नंबर पर शेखपुरा का चेवाड़ा, 14 वें नंबर पर पश्चिमी चंपारण का बगहा दो, 15 वें नंबर पर समस्तीपुर का कल्याणपुर, 16 वें नंबर पर शेखपुरा का घाट कुसुम्भा, 17 वें नंबर पर शेखपुरा का ही बरबीघा, 18वें नंबर पर सुपौल का निर्मली, 19वें नंबर पर जहानाबाद का घोसी, 20वें नंबर पर मुंगेर का संग्रामपुर, 21वें नंबर पर पूर्णिया का धमदाहा, 22वें नंबर पर शेखपुरा का शेखोपुरसराय, 23 वें नंबर पर सारण का एकमा, 24 वें नंबर पर बांका धौरिया एवं 25 वें नंबर पर बांका का बांका सदर अंचल कार्यालय का स्थान है।
बेहतर कार्यप्रणाली में 26 वें नंबर पर सारण का रिविलगंज, 27 वें नंबर पर जहानाबाद का रतनी फरीदपुर, 28 वें नंबर पर जहानाबाद का काको, 29 वें नंबर पर रोहतास का सूर्यपुरा, 30 वें नंबर पर पूर्णिया का श्रीनगर, 31 वें नंबर पर सिवान का आंदर, 32 वें नंबर पर सीवान का हुसैनगंज, 33 वें नंबर पर बांका का रजौन, 34 वें नंबर पर कटिहार का मानसी, 35 वें नंबर पर बांका का बेलहर, 36 वें नंबर पर पूर्वी चंपारण का कल्याणपुर, 37 वें नंबर पर बांका का चांदन, 38 वें नंबर पर सुपौल का प्रतापगंज, 39 वें नंबर पर मुंगेर का टेटिया बम्बर और 40 वें स्थान पर सुपौल का पिपरा अंचल कार्यालय ने जगह बनाया है।
41 वें स्थान पर पूर्णिया का जलालगढ़, 42 वें स्थान पर औरंगाबाद का कुटुंबा, 43 वें स्थान पर सारण का नगरा, 44 वें स्थान पर शेखपुरा का शेखपुरा सदर, 45 वें स्थान पर बांका का अमरपुर, 46 वें स्थान पर सीतामढ़ी का सुप्पी, 47 वें स्थान पर जहानाबाद का मोदनगंज, 48 वें स्थान पर मधुबनी का कलुआही, 49 वें स्थान पर पश्चिमी चंपारण का ठकराहन एवं 50 वें स्थान पर गोपालगंज का पंचदेवरी अंचल कार्यालय आया है।
बताते चलें कि रैंकिंग में अंचल कार्यालयों को म्यूटेशन पर 20 अंक दिये जाते हैं। परिमार्जन प्लस पर 25 अंक, अभियान बसेरा पर 15 अंक, आधार सीडिंग पर 2.5 अंक, ऑनलाइन एलपीसी पर 2.5 अंक, ई मापी पर 15 अंक, अतिक्रमणवाद निबटारे पर पांच अंक, जमाबंदी पर पांच अंक और सरकारी जमीन की इंट्री और वेरीफिकेशन पर 10 अंक दिये जाते हैं।