SASARAM/NALANDA: रामनवमी जुलूस के दौरान सासाराम और बिहारशरीफ में हुई हिंसा को लेकर जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। बिहारशरीफ और सासाराम में इंटरनेट सेवा 4 अप्रैल तक बंद कर दी गई है। हालात पर काबू पाने के दोनों शहरों में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए बैं। बिहारशरीफ में प्रमंडलीय आयुक्त और सासाराम में शाहाबाद रेंज के डीआईजी कैंप किए हुए हैं। बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी ने रविवार को हालात को काबू में कर लिए जाने का दावा किया था लेकिन रविवार को भी बिहारशरीफ में हालात तनावपूर्ण रहे।
हिंसा के बाद सासाराम और बिहारशरीफ में कर्फ्यू जैसे हालात बन गए हैं। दुकानों के साथ साथ शहर में गाड़ियों का परिचालन भी बंद है। दुकानें बंद रहने से लोगों को जरूरी सामानों की किल्लत हो गयी है। राशन, दूध, रसोई गैस नहीं मिल पा रही है, जिससे लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं।दोनों शहरों में अब भी धारा 144 लागू है और एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। हिंसा फैलाने के आरोप में अबतक 109 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि अन्य की पहचान की जा रही है।
हालात पर काबू पाने के लिए दोनों ही शहरों में बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है और उपद्रवियों पर नजर रखी जा रही है। जिले से लेकर राज्य स्तर तक के पुलिस और प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं। इंटरनेट बंद होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सासाराम में हुई झड़प के बाद शुक्रवार से ही इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था अब उसकी मियाद को और आगे बढ़ा दिया गया है। इंटरनेट सेवा ने बैंकों के काम काज को भी प्रभावित किया है।