पीएम मोदी ने कहा- बीजेपी ने 40 लाख से अधिक लोगों के जीवन में लाया नया सवेरा, लोगों को मिला पूंजी का अधिकार

पीएम मोदी ने कहा- बीजेपी ने 40 लाख से अधिक लोगों के जीवन में लाया नया सवेरा, लोगों को मिला पूंजी का अधिकार

DELHI: रामलीला मैदान में धन्यवाद रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह मैदान कई बदलाव के लिए साक्षी रहा है. पीएम ने कहा कि 40 लाख से अधिक लोगों के जीवन में नया सेवरा लाने के लिए मुझे और बीजेपी को अवसर मिला हैं. पीएम उदय योजना के तहत आपके घर, आपके जमीन और जीवन की पूंजी उस पर संपूर्ण अधिकार मिला है. इसके लिए आप सबको को बहुत-बहुत बधाई. 


रोड़े अटकाए गए

पीएम ने कहा कि जिनलोगों ने अधिकारों से दूर रखा था. वो तरह-तरह के झोड़े अटकाटे हुए दिख रहे थे. अधिकार मिलने की खुशी कैसी होती है वह रामलीला मैदान में दिख रही हैं. आजादी के बड़ी आबादी को डर, चिंता और झूठे चुनावी वादों से गुजरना पड़ा है. अवैध सिलिंग, बुल्डोजर उसके ही अंदर जिंदगी कट रही थी. चुनाव आते ही बुल्डोजर रूक जाता था और समस्या वही की वही रह जाती थी. लेकिन इसकी स्थाई समाधान करने के लिए इमानदारी नियम कभी नहीं दिखाई गई.

दोनों सदनों में कराया पास

पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि बाउंड्री तय करने के लिए 2021 तक का समय बढ़ाने का ये लोग मांग कर रहे थे. जब गरीब के लिए काम करना होता है तो उनके काम की रफ्तार क्या होती है वह उनकी बेशर्मी से दिखती है और कहते हैं कि 2021 तक कुछ नहीं कर पाएंगे. मैंने कहा कि अब ऐसा नहीं चलेगा. इसलिए हमने इस साल मार्च में काम खुद अपने काम में लिया और इस अक्टूबर में प्रकिया पूरी की और दोनों सदनों में दिल्ली की कॉलोनियों से जुड़ा बिल पास कराया.

देश स्वीकार नहीं करेगा झूठ

पीएम मोदी ने नागरिकता संशोधन बिल समेत पीएम मोदी की योजना के बारे में विरोध करने वालों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि मैं विरोध करने वालों को कहता हूं कि वह मेरे एक-एक कामों की गलतियों को बाहर निकालकर दिखा दें. जब गरीबों के उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिया तो क्या किसी से धर्म के बारे में पूछा था. यह लाभ हर गरीब परिवार को मिला. कोई बाकी नहीं रहेगा. पांच साल में हमारी सरकार ने डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों का घर बना दिया, लेकिन किसी से धर्म नहीं पूछा तो क्यों लोग झूठ बोलकर देख को गुमराह कर रहे हैं. कागजत और सर्टिफिकेट के नाम पर मुस्लमानों को गुमराह कर रहे हैं. इन योजनाओं को लगाते समय कागजातों की पाबंदी नहीं लगाई.