DELHI: विरोध के बीच राज्यसभा में कृषि बिल पेश हो गया है. कई राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया. राज्यसभा में कृषि बिल पर चर्चा के दौरान विपक्षी सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया है. राज्यसभा में हुआ बवाल अपने आप में अभूतपूर्व रहा है. ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने उपसभापति हरिवंश के सामने ही रूल बुक फाड़ दिया. साथ ही साथ उपसभापति की माइक भी तोड़ डाली.
पीएम बोले.. सरकारी खरीद जारी रहेगी
पीएम मोदी ने बिल पेश होने के बाद कहा कि भारत के कृषि इतिहास में आज एक बड़ा दिन है. संसद में अहम विधेयकों के पारित होने पर मैं अपने परिश्रमी अन्नदाताओं को बधाई देता हूं. यह न केवल कृषि क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन लाएगा, बल्कि इससे करोड़ों किसान सशक्त होंगे. दशकों तक हमारे किसान भाई-बहन कई प्रकार के बंधनों में जकड़े हुए थे और उन्हें बिचौलियों का सामना करना पड़ता था. संसद में पारित विधेयकों से अन्नदाताओं को इन सबसे आजादी मिली है. इससे किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों को बल मिलेगा और उनकी समृद्धि सुनिश्चित होगी. हमारे कृषि क्षेत्र को आधुनिकतम तकनीक की तत्काल जरूरत है, क्योंकि इससे मेहनतकश किसानों को मदद मिलेगी. अब इन बिलों के पास होने से हमारे किसानों की पहुंच भविष्य की टेक्नोलॉजी तक आसान होगी. इससे न केवल उपज बढ़ेगी, बल्कि बेहतर परिणाम सामने आएंगे. यह एक स्वागत योग्य कदम है. मैं पहले भी कहा चुका हूं और एक बार फिर कहता हूं एमएसपी की व्यवस्था जारी रहेगी. सरकारी खरीद जारी रहेगी. हम यहां अपने किसानों की सेवा के लिए हैं. हम अन्नदाताओं की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करेंगे.
कृषि मंत्री बोले.. किसानों की बदल जाएगी जिंदगी
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को खेती से जुड़े दो बिल फार्मर्स एंड प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) बिल और फार्मर्स (एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विस बिल राज्यसभा में पेश किए. तोमर ने दोनों बिल को ऐतिहासिक बताया. नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इस बिल से किसानों को फायदा छोड़ कोई नुकसान होने वाला नहीं हैं. किसान देशभर में कहीं भी अपना अनाज बेच सकेंगे. मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि बिलों की संबंध न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नहीं है. इस बिल से किसानों की किस्मत बदल जाएगी.
बिल का विरोध
कृषि बिल के विरोध में हरियाणा और पंजाब के किसान प्रदर्शन कर हैं. इस मुद्दे को लेकर कुछ दिन पहले ही शिरोमणि अकाली दल की मंत्री हरसिमरत कौर ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. इसके अलावे आरजेडी, टीएमसी और कांग्रेस समेत कई दल विरोध में हैं. संसोधन की मांग कर रहे हैं. कई दलों ने इतना तक कह दिया है कि इस बिल का समर्थन करने का मतलब है कि डेथ वारंट पर आप साइन कर रहे हैं.