राजधानी पटना में ही नीतीश का सुशासन मॉडल फेल, जुलाई महीने में 16 मर्डर.. 11 मर्डर अटेम्प्ट, क्राइम कैपीटल बना पटना

राजधानी पटना में ही नीतीश का सुशासन मॉडल फेल, जुलाई महीने में 16 मर्डर.. 11 मर्डर अटेम्प्ट, क्राइम कैपीटल बना पटना

PATNA : राजधानी पटना में रहने वाले लोगों को अब डेढ़ दशक के पहले वाला बिहार याद आने लगा है. दरअसल पटना में होने वाली अपराधिक घटनाओं ने नीतीश कुमार के सुशासन मॉडल को फेल कर दिया है. साल 2005 के पहले वाली स्थिति का डर अब लोगों के मन में घर कर गया है. केवल बीते महीने की बात करें तो जुलाई में पटना के अंदर हत्या की 16 घटनाएं हुईं. 11 मामलों में हत्या का प्रयास किया गया. पटना पुलिस का इकबाल पूरी तरह से खत्म नजर आ रहा है.


रविवार को अपराधियों ने पटना में डबल मर्डर की बड़ी वारदात को अंजाम दिया. बदमाशों ने परसा बाजार स्टेशन के सामने चाणक्य कॉलोनी के पास ऑटो चालक जितेंद्र कुमार सिंह (55) की गोली मारकर हत्या कर दी. उधर पटना सिटी स्थित आंबेडकर छात्रावास में विष्णु कुमार सिग्मा की गोली मारकर हत्या कर दी. 35 साल का विष्णु रिटायर्ड प्रोफेसर नंदलाल पासवान का बेटा था. 


ऑटो चालक जितेंद्र कुमार सिंह की हत्या की जांच कर रहीं  प्रशिक्षु डीएसपी प्रिया ज्योति ने बताया कि हत्या के पीछे पैतृक गांव की जमीन का जितेंद्र सिंह विवाद है. जितेंद्र परसा स्टेशन से सिपारा तक ऑटो चलाता था. जितेंद्र के बेटे ने अपने तीन सौतले भाइयों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है. रिटायर्ड प्रोफेसर नंदलाल पासवान के बेटे विष्णु की हत्या को लेकर बहादुरपुर थाने की पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. 



जानकारी मिली है कि विष्णु के सिर में सटाकर गोली मारी गई है. छात्रों ने पुलिस को बताया कि विष्णु छात्रावास कैंपस में रहता था. कुछ छात्रों के लिए खाना बनाता था और बाजार से खरीदारी कर लाता था. काम करने के बदले छात्र उसे भोजन और पैसा देते थे. पुलिस ने बताया कि मारा गया युवक मंद बुद्धि भी था. छात्रावास में उसका दुश्मन कौन हो सकता है, पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने का प्रयास कर रही है. 


बहादुरपुर थानाध्यक्ष सनोवर खां ने बताया कि संभावना है कि छात्रावास परिसर में बदमाश युवक आपस में भिड़े और इस क्रम गोली चली है, जो विष्णु के सिर में लग गई. थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक के भाई रोबिस कुमार के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.


जुलाई महीने में 16 हत्याएं और 11 मर्डर अटेम्प्ट - 


4 जुलाई- जानीपुर में युवक को मारी गोली ।


6 जुलाई- आलमगंज में मिथिलेश गोप की हत्या।


6 जुलाई- चौक थाना इलाके में ऑटो चालक की हत्या ।


9 जुलाई- शास्त्रीनगर के नंदगांव में सब्जी विक्रेता को मारी गोली।


14 जुलाई- पीपरा थाना इलाके में दहेज के लिए महिला की हत्या।


15 जुलाई- मोकामा में रेलवे के इंजीनियर की हत्या।


16 जुलाई- खाजेकलां में आपसी विवाद में फायरिंग, छह घायल।


17 जुलाई- बिहटा के मुसेपुर में डकैती के दौरान बुजुर्ग की हत्या ।


17 जुलाई- मसौढ़ी में मामूली विवाद में युवक को पीट-पीटकर मार डाला।


17 जुलाई- बाइपास इलाके में 12 साल के सुमित की हत्या।


18 जुलाई- चितकोहरा में प्रोपर्टी डीलर के बेटे को मारी गोली।


19 जुलाई- चंदा के विवाद में गोपालपुर में पिता और दो पुत्रों को मारी गोली।


19 जुलाई- पंडारक में युवक सोहन को पीट-पीटकर मार डाला।


19 जुलाई- मालसलामी में सिगरेट के थोक विक्रेता की हत्या, 15 लाख लूटे।


20 जुलाई- मसौढ़ी में कुर्सी चुराने के आरोप में युवक की हत्या ।


21 जुलाई- कदमकुआं में दो लोगों को मारी गोली।


21 जुलाई- चौक थाना इलाके में कारोबारी पंकज की हत्या।


25 जुलाई- मालसलामी इलाके में मछली कारोबारी पारस की हत्या।


26 जुलाई- आलमगंज में ई-रिक्शा चालक की गोली मारकर हत्या।


26 जुलाई- पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की कर दी हत्या।


27 जुलाई- आरके नगर में शराब पीने के दौरान युवक को मारी गोली। 


27 जुलाई- दनियावां में ब्लॉक ऑफिस के आईटी असिस्टेंट को मारी गोली। 


28 जुलाई- गोपालपुर में पुरानी रंजिश में युवक रजनीश को मारी गोली।


31 जुलाई- पुनाईचक में ठेकेदार को मारी गोली। 


31 जुलाई- नौबतपुर में युवक की चाकूओं से गोदकर हत्या।


31 जुलाई- फुलवारीशरीफ में वृद्ध की हत्या।