PURENA : कोरोना ने दुनिया के सौकड़ों देशों को अपनी चपेट में ले लिया है. बिहार में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. सरकार की ओर से कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए एहतियातन कई बड़े कदम उठाये गए हैं. वहीं वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. पूर्णिया में कोरोना के एक संदिग्ध मरीज को बिना सही तरीके से जांच किये अस्पताल से भेजने का मामला सामने आया है.
मामला पूर्णिया सदर अस्पताल का है. जहां एक कोरोना के संदिग्ध के मिलने की खबर सामने आई है. इसके साथ ही अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही भी सामने आई है. बताया जा रहा है कि संदिग्ध मरीज साबिर जिले के अमौर इलाके में शिमलबारी का रहने वाला है. इसके पिता का नाम इस्माइल बताया जा रहा है. वह हाल ही में राजस्थान से आया था. वहां सिलाई-कढ़ाई का काम करता है.
अमौर स्वास्थ्य केंद्र में साबिर को भर्ती कराया गया था. जहां से डॉक्टरों ने उसे पूर्णिया सदर अस्पताल रेफेर किया था. एम्बुलेंस जैसे ही उसे अस्पताल लेकर पहुंची, एक डॉक्टर ने बिना सही तरीके से उसकी जांच किये उसे वापस भेजने लगे. संदिग्ध व्यक्ति एम्बुलेंस से उतरकर जाने लगा. जब मीडिया वालों ने दबाव बनाया तब जाकर वापिस से उसे एम्बुलेंस में बिठाया गया और अब आइसोलेशन वार्ड में डालने की तैयारी हो रही है.
इस मामले में जब डॉक्टर से बातचीत करने की कोशिश की गई तो उसने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया और कैमरा देखते ही भागने लगा. एम्बुलेंस कर्मी दिलीप कुमार ने बताया कि अमौर से संदिग्ध व्यक्ति को यहां रेफर किया है. अभी तक जांच नहीं हुआ है. संदिग्ध पाया गया है. हो भी सकता है, नहीं भी हो सकता है. सिविल सर्जन अस्पताल में मौजूद नहीं है. इस मामले में हालांकि अबतक कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.