PURNEA : पूर्णिया केंद्रीय कारा में सजा काट रहे 65 वर्षीय कैदी मंत्री मुर्मू की मौत इलाज के दौरान हो गई. मंत्री मुर्मू को जेल प्रशासन द्वारा इलाज़ के लिए सदर अस्पताल पूर्णिया में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के क्रम में उसने दम तोड़ दिया. मृतक कैदी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
जेल के सिपाही वैधनाथ महतो ने बताया कि जेल प्रशासन द्वारा मंत्री मुर्मू को इलाज़ के अस्पताल भेजा गया. डॉक्टर की देखरेख में मंत्री मुर्मू का इलाज चल रहा था इसी दौरान अचानक उनकी मौत हो गई. मंत्री मुर्मू पूर्णिया जिले के केनगर दरनिया का रहनेवाला था. परिजनों ने बताया कि जमीनी विवाद में हत्या मामले में पिछले 3 साल से मंत्री मुर्मू और उनका 5 बेटा जेल में बंद था.
मृतक के परिजन ने जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि समय पर मंत्री मुर्मू का इलाज कराया गया होता तो उसकी मौत नहीं होती. मौत के बाद भी जेल प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की सूचना परिजनों को नही दी गई. परिजनों को किसी के द्वारा बताया गया तो अस्पताल पहुंचे. अस्पताल पहुंचे के बाद पता चला कि मंत्री मुर्मू की मौत हो गई है.
मंत्री मुर्मू की मौत कैसे हुई है, इसकी जांच पड़ताल की जा रहा है. मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम के लिए चिकित्सक की टीम का गठन किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.