PATNA : आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आरक्षण और संविधान की जानकारी दी है और कहा है कि प्रधानमंत्री बिहार आकर जो झूठ और भ्रम फैलाते हैं, पहले वह हकीकत को जानें-समझें। झूठ फैलाने वालों को आईना दिखाना तो हमारा काम ही है। पत्र में तथ्यों के साथ सारी जानकारी दे दी गई है। तेजस्वी ने पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा कि बिहार आकर सिर्फ बकैती करने से काम नहीं चलेगा।
पीएम मोदी के मुजरा वाले बयान पर पलटवार करते हुए तेजस्वी ने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री की भाषा का स्तर गिरता जा रहा है, उनके और बीजेपी के जो समर्थक हैं, उनको भी अच्छा नहीं लग रहा है। प्रधानमंत्री के झूठ का पर्दाफाश हो गया है। यहां आकर हमको धमकी दे रहे हैं कि जेल भेज देंगे, वह कोर्ट से ऊपर हो गए हैं क्या?
तेजस्वी ने कहा कि यह तो ऐसा लग रहा है कि एजेंसियां इनके हाथ में हैं तो जिसको मन करेगा, उसको भ्रष्टाचारी बना देंगे और जिसको मन करेगा जेल में बंद करा देंगे। महाराष्ट्र में जैसे केस खत्म करा दिए, मंत्री बना दिए। यही काम है क्या प्रधानमंत्री का? जांच एजेंसियों को खिलौना बना दिए हैं क्या? उनके कहने का मतलब तो यही है कि सीबीआई और ईडी उनके हाथ की कठपुतली है।
उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी का कोई वैल्यू ही नहीं रह गया है। जांच होती ही नहीं है। प्रधानमंत्री का मन किया तो किसी को इनकी मदद से उठवा लेते हैं। सारे संवैधानिक संस्थानों को इस व्यक्ति ने बर्बाद कर दिया है। बिहार का नौजवान नौकरी देने की बात करता है तो ये उसको जेल भेजने की धमकी देते हैं। इनको युवाओं से कितनी नफरत है।
वहीं पीएम मोदी के यह कहने पर कि नौकरी देगा तो जमीन ले लेगा, इसपर तेजस्वी ने कहा कि बिहार में पांच लाख लोगों को नौकरी दी गई है, किसकी जमीनें ली गईं हैं। यहां आकर बकैती करने से नहीं चलेगा, काम का हिसाब देना होगा। प्रधानमंत्री एक युवा बिहारी से डर गए हैं। 10 साल में बिहार के लिए क्या किए, उसका पहले हिसाब दें, उसके बाद इधर-उधर की बात करें।
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के यह कहने पर कि विधानसभा चुनाव से पहले 10 लाख नौकरी के वादे को पूरा करेंगे, पर तेजस्वी ने कहा कि यह तो हमारा ही किया हुआ है, जिसकी बात मुख्यमंत्री कर रहे हैं। नीतीश कुमार कहते थे कि कहां से लाएगा नौकरी, अपने बाप के यहां से वेतन के लिए पैसा लाएगा? मुख्यमंत्री जी बताएं कि यह कैसे संभव हो गया? तेजस्वी ने जो बताया और सिखाया, उसी के पैटर्न पर चल रहे हैं न। जो इसके बारे में जानता भी नहीं था, वह भी बोल रहे हैं कि हम नौकरी दे देंगे।