पुलिस और खनन विभाग की टीम पर बालू माफिया का हमला, गांधी सेतु से बरसाए पत्थर

पुलिस और खनन विभाग की टीम पर बालू माफिया का हमला, गांधी सेतु से बरसाए पत्थर

PATNA : बिहार में बालू के अवैध खनन में शामिल माफिया का दुस्साहस एक बार फिर से देखने को मिला है। पटना और हाजीपुर के बीच बालू के अवैध खनन पर नकेल कसने के लिए पहुंची पुलिस और खनन विभाग की टीम पर बालू माफिया ने हमला बोला है। राज्य मुख्यालय के आदेश के बाद पुलिस और खनन विभाग की टीम रविवार दोपहर गंगाब्रिज थाना के तेरसिया पहुंची थी। बालू माफिया ने टीम पर हमला करा दिया। सुनियोजित और बड़े हमले में माइनिंग अफसर और हाजीपुर एसडीपीओ की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। अफसर व पुलिस को भागकर जान बचानी पड़ी। बाद में कई थानों व पुलिस लाइन से पुलिसबलों को बुलाकर कार्रवाई की गई। 


नाव छोड़कर भागे बालू माफिया के कई नावों को पुलिस ने पानी में डुबो दिया या फिर लंगर खोलकर नाव को तेज धारा में बहा दिया। यह झड़प तेरसिया में महात्मा गांधी सेतु के पाया नंबर 27 के पास दोपहर 1 बजे हुई है। हालांकि, इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस ने मौके पर से कई नामों को जब किया है 1 दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है जबकि 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर की गई है। 


दरअसल सदर एसडीपीओ राघव दयाल को सूचना मिली थी कि तेरसिया में नदी के लाल बालू का अवैध कारोबार किया जा रहा है। माफिया अवैध खनन कर नाव से तेरसिया में बालू उतार रहे हैं। वे छापेमारी के लिए तेरसिया पहुंचे। गांधी सेतु के 27 नंबर पाया के पास गंगा किनारे 100 अधिक नाव लगी थी। पुलिस को देखते ही कुछ बालू माफिया भागने लगे। प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो बालू माफिया समर्थकों के साथ गोलबंद हो गए। बालू माफिया के कुछ लोग सेतु निर्माण के लिए बनाए गए लोहा के सीढ़ीनुमा एंगल पर चढ़ गए और पथराव शुरू कर दिया।