पुलिस की दबिश के बाद बदमाशों ने अगवा मनोज को छोड़ा, CCTV में कैद अपहरण का फुटेज अब आया सामने

पुलिस की दबिश के बाद बदमाशों ने अगवा मनोज को छोड़ा, CCTV में कैद अपहरण का फुटेज अब आया सामने

PATNA CITY: पटना सिटी के अगमकुआं थाना क्षेत्र के छोटी पहाड़ी से एक युवक का अपहरण किया गया था। जमीन को लेकर मनोज कुमार को बदमाशों ने जबरन उठाकर कार में बिठाया और मौके से फरार हो गये थे। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने विरोध किया और कार को रोकने की कोशिश लेकिन कार सवार मनोज को लेकर फरार हो गये। अपहरण की वारदात वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गयी थी। जिसका फुटेज अब सामने आया है। वही पुलिस की दबिश के बाद अगवा मनोज को भी अपराधियों ने रिहा कर दिया है।


गौरतलब है की चार दिन पूर्व बदमाशों ने कार से मनोज का अपहरण किया था। जिसकी सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। गुस्साएं इलाके के लोग और परिजन मुख्य सड़क पर आगजनी करने लगे। मुख्य सड़क को जामकर जमकर हंगामा मचाने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस से कार्रवाई की मांग करने लगे। पुलिस के आश्वासन के बाद लोग सड़क से हटे और फिर यातायात बहाल हो सका। घटना के  कुछ घंटों बाद पुलिस की दबिश से घबराकर अपहरणकर्ताओं ने अगला मनोज को नगरनौसा में छोड़ दिया। 


बताया जाता है कि जमींन के लिए उसे अगवा किया गया था। पूरा मामला पटना सिटी के अगमकुआं थाना क्षेत्र के छोटी पहाड़ी का है। जहां से मनोज कुमार का अपहरण हुआ था। मनोज का छोटी पहाड़ी के पास 18 कट्ठे की एक जमीन है। जिसकी कीमत लगभग 8 से 9 करोड़ रुपए बतायी जा रही हैं। मनोज का कहना है कि जमीन दलालों की नजर इस जमीन पर लगी हुई है। वे सभी जबरन इस जमीन को मनोज से खरीदना चाह रहे थे। लेकिन मनोज इस जमीन को बेचना नहीं चाहता है। इसे लेकर मनोज ने शनिवार को अपनी जमीन पर "जमीन बिक्री का नहीं है" का बोर्ड लगा दिया। 


इसी बात को लेकर जमीन दलालों ने जाइलो गाड़ी से मनोज को जबरन गोद में उठा लिया और गाड़ी में बिठाकर अपहरण कर लिया था। वही घटना के बाद लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया था। जमीन मालिक का दिनदहाड़े अपहरण होने से आक्रोशित लोगों ने जमकर हंगामा मचाया था। जिसके बाद पुलिस के वरीय अधिकारियों ने इसकी सूचना वायरलेस से सभी थाने को दी। बाईपास थाना पुलिस ने इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया और पूछताछ की।  उस पर पुलिस ने दबाव बनाया। जिसके बाद अपहरणकर्ताओं ने मनोज को नगरनौसा में छोड़ दिया। घटना के 4 से 5 घंटों के बाद उसे मुक्त कर दिया। मनोज को सकुशल लौटने से परिजनों ने राहत की सांस ली है। लेकिन अभी भी वे काफी दहशत में हैं।