1st Bihar Published by: Updated Fri, 26 Jun 2020 01:51:29 PM IST
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PATNA : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कोरोना टेस्टिंग को लेकर हमला बोला है। पीके बार-बार बिहार सरकार को कोरोना जांच की धीमी रफ्तार के लिए घेर रहे हैं। इस बार प्रशांत किशोर ने कोरोना टेस्टिंग को बिहार चुनाव से जोड़ दिया है।
कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने उन्हीं की चुनावी रणनीतियों पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि करोना की वजह से चुनाव और उसके तैयारियों में कोई बाधा ना आए इसलिए नीतीश कुमार ने तय कर लिया है कि बिहार में करोना की जांच की रफ़्तार को नहीं बढ़ायेंगे।बिहार में देश में सबसे कम टेस्टिंग हो रही है। करोना से संक्रमित लोगों के पता ना चलने या उसमें देरी के भयावह परिणाम हो सकते है।
करोना की वजह से चुनाव और उसके तैयारियों में कोई बाधा ना आए इसलिए @NitishKumar ने तय कर लिया है कि बिहार में करोना की जाँच की रफ़्तार को नहीं बढ़ायेंगे।#बिहार में देश में सबसे कम टेस्टिंग हो रही है। करोना से संक्रमित लोगों के पता ना चलने या उसमें देरी के भयावह परिणाम हो सकते है।
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) June 26, 2020
प्रशांत किशोर लॉकडाउन पीरियड से ही लगातार बिहार सरकार के कोरोना जांच पर सवाल खड़ा करते रहे हैं। इस बार उन्होनें सीएम पर तगड़ा हमला बोलते हुए यहां तक कह दिया है कि नीतीश कुमार बिहार चुनाव की तैयारी में लग कर कोरोना जैसी गंभीर महामारी को ही भूला बैठे हैं। नीतीश कुमार जानबूझ कर बिहार में कोरोना की जांच की रफ्तार नहीं बढ़ा रहे हैं ताकि सच सामने आ जाएगा तो बिहार चुनाव की तैयारियों में मुश्किलें पैदा होने लगेंगी।
प्रशांत किशोर ने कहा कि देश के अंदर सबसे कम टेस्टिंग बिहार में हो रहे हैं इसके भयावह परिणाम बिहारवासियों को झेलने पड़ सकते हैं। टेस्ट नहीं होने या फिर धीमी रफ्तार होने की वजह से संक्रमितों का पता नहीं चलने से इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ सकता है। बिहार में कोरोना और भी तेजी से पांव पसार सकता है।