PATNA : अपने पिता लालू प्रसाद यादव को जेल से रिहा करने के लिए राष्ट्रपति को एक लाइन का पत्र लिखने वाले तेजप्रताप यादव अपने पिता का नाम भी सही से नहीं लिख पाये. तेजप्रताप ने राष्ट्रपति के नाम चिट्ठी लिखी है, एक लाइन की इस चिट्ठी में कई गलतियां हैं.
तेजप्रताप का आजादी पत्र
दरअसल तेजप्रताप यादव ने आज ये एलान किया कि लालू प्रसाद यादव की सजा माफ कराने के लिए वे आजादीपत्र मुहिम शुरू करने जा रहे हैं. इस मुहिम के तहत लोग राष्ट्रपति को पोस्टकार्ड भेजकर लालू प्रसाद यादव को जेल से मुक्त करने की मांग करेंगे. तेजप्रताप यादव ने कहा कि उनके पिता को झूठे मुकदमे में फंसाया गया और अब तक जेल में रखा गया है. इस केस में जितने लोग थे सबको बेल मिल गई लेकिन लालू यादव को बेल नहीं मिली. तेजप्रताप यादव ने कहा कि एक बेटा होने के नाते उन्होंने संकल्प लिया है कि चाहे उनकी जान चली जाए लेकिन वे लालू यादव की बात जन-जन तक पहुंचायेंगे. जब तक वे लालू यादव को रिहा नहीं करा लेते तब तक उनका अभियान जारी रहेगा.
अपनी मुहिम का पहला पत्र तेजप्रताप यादव ने खुद लिखा. पोस्टकार्ड पर लिखे एक पंक्ति के पत्र में कई गलतियां हैं. हद ये कि तेजप्रताप अपने पिता लालू प्रसाद यादव का नाम भी सही तरीके से नहीं लिख पाये. तेज प्रताप यादव के एक लाइन के पत्र में कम से कम पांच गलतियां हैं. लालू को लालु लिखा गया है. वहीं मसीहा, वंचित, गरीबों, मूल्यों जैसे शब्द भी शुद्ध नहीं लिखे गये हैं.
वैसे भी विपक्षी पार्टियां लालू यादव के दोनों बेटों की शिक्षा को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. वैसे तेजप्रताप यादव खुद को 2010 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से 12वीं पास बताते रहे हैं.