Bihar News: बिहार STF की बड़ी कार्रवाई, 2 इनामी बदमाशों को फ़िल्मी अंदाज में दबोचा पटना में भीषण गर्मी के चलते स्कूलों का टाइमिंग बदला, 24 अप्रैल से लागू होंगे नए आदेश वैशाली के प्रिंस राज ने UPSC में हासिल की 141वीं रैंक, जिले का नाम किया रोशन Bihar Crime News: सड़क किनारे लावारिस शव मिलने से हड़कंप, स्थानीय लोगों के साथ-साथ पुलिस के भी उड़े होश सीतामढ़ी में 3 नाबालिग बच्चियों की पोखर में डूबने से मौत, मिट्टी निकालने के दौरान फिसला पैर SRHvsMI: बुमराह के पास इतिहास रचने का सुनहरा अवसर, मैच ख़त्म होने से पहले हासिल कर लेंगे कई उपलब्धियां Bihar Crime News: जंगल से अचानक निकले अपराधियों ने व्यक्ति पर बरसाईं ताबड़तोड़ गोलियां, हालत गंभीर वीर कुंवर सिंह की 80 फीट ऊंची मूर्ति बनाने की मांग, तेजस्वी यादव ने कहा..मेरी सरकार आएगी तो 80 फीट का केवल घोड़ा ही होगा यह इंसानियत की हत्या: पहलगाम में कायराना आतंकी हमले पर बोले बीजेपी अध्यक्ष..नया भारत छोड़ेगा नहीं VAISHALI CRIME: अवैध हथियारों के साथ रील्स बनाना पड़ गया महंगा, पुलिस ने 3 युवकों को दबोचा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 04 Aug 2023 01:37:24 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: पटना के फुलवारी शरीफ में पीएफआई के टेटर मॉड्यूल केस में एनआईए ने कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर किया है। एनआईए ने इस मामले में चार और लोगों को आरोपी बनाया है। ये सभी मोतिहारी के रहने वाले बताए जा रहे हैं। एनआईए की जांच में यह बात सामने आई है कि ये चारों आरोपी अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए विदेश से फंड इकट्ठा कर रहे थे।
एनआईए ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में जिन चार और लोगों को आरोपी बनाया है उसमें मोतिहारी के रहने वाले मो. तनवीर, आबिद, बिलाल और इरशाद आलम शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, चारों आरोपी गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं। चारों पर आतंकी ट्रेनिंग कैंप चलाने, हिंसा फैलाने के लिए हथियार और गोला-बारूद इकट्ठा करने के आरोप हैं। चारों में से एक मो. आलम पर एक युवक की हत्या का भी आरोप है।
बता दें कि पटना के फुलवारी शरीफ में पीएफआई के टेरर मॉड्यूल का पिछले साल खुलासा हुआ था। इस मामले को लेकर पटना के फुलवारी शरीफ थाने में केस दर्ज हुआ था, जिसमें पुलिस ने 26 लोगों को आरोपी बनाया था। बाद में यह केस एनआईए को टांसफर कर दिया गया था। इसके बाद बिहार के विभिन्न जिलों समेत पूरे देश में एनआईए ने पीएफआई से जुड़े लोगों पर दबिश दी थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने पीएफआई को पूरे देश में बैन कर दिया था।