1st Bihar Published by: Updated Fri, 01 May 2020 08:28:29 AM IST
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PATNA : बिहार में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा अब तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार को राज्य में कोरोना वायरस के 22 नए मामले सामने आए जिसके बाद राज्य में कोरोना वायरस के कुल 425 हो गई है। पटना के दो नए मोहल्ले में कोरोना की एंट्री हो चुकी है। इनमें एक फाइनेंस कॉलोनी है और दूसरा मीठापुर मोहल्ला है। बेली रोड में खाजपुरा पहले से ही रेडजोन में है। गुरुवार को मुंगेर के जमालपुर में 3, रोहतास में 11, सीतामढ़ी में 4, सारण में 2 और पटना में कोरोना के दो नए पॉजिटिव मामले पाए गए हैं। राज्य के 29 जिलों में कोरोना फैल चुका है।
इस बीच राजधानी पटना में कोरोना से जुड़ा अजीबो गरीब मामला सामने आया है जिसमें एक ऐसा शख्स सामने आए हैं जिन्हें न सर्दी थी न खांसी, नौकरी ज्वाइन करने के लिए इन्होनें कोरोना निगेटिव प्रमाण पत्र के लिए टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गयी।फाइनांस कॉलोनी में रहने वाले मरीज कटिहार के कृषि विज्ञान केंद्र में ऑपरेटर हैं। वे 21 मार्च को पटना आए और लॉकडाउन की वजह से यही रह गए। 4 मई को कटिहार में योगदान देना है। वहां के डीएम ने आदेश निकाला है कि कोरोना निगेटिव का प्रमाणपत्र लेकर आना होगा। इसलिए सोमवार को घर से पैदल ही आईजीआईएमएमस चले गए। वहां उनका सैंपल लिया गया।
रात को उन्हें फोन कर कहा गया कि प्रमाणपत्र यहां भर्ती होने पर ही मिलेगा। उन्हें न सर्दी थी और न खांसी और न ही कोरोना के कोई लक्षण। इसलिए वे वहां भर्ती होने नहीं गए। इसी बीच गुरुवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। गुरुवार की रात पॉजिटिव आने के बाद उन्हें पाटलिपुत्र होटल ले जाया गया। उनके पिता लकवाग्रस्त हैं। इसके अलावा 65 साल की मां, 35 साल की पत्नी और 12 व 10 साल के दो बच्चे रहते हैं। उनके परिजनों को सबसे ज्यादा परेशानी पिता को लेकर है जो लकवाग्रस्त हैं।