पटना महानगर की हरेक सीट पर निर्णायक भूमिका में कायस्थ समाज, बोले RK सिन्हा..जिसे चाहे जीता सकते हैं जिसको चाहे हरा सकते हैं

पटना महानगर की हरेक सीट पर निर्णायक भूमिका में कायस्थ समाज, बोले RK सिन्हा..जिसे चाहे जीता सकते हैं जिसको चाहे हरा सकते हैं

PATNA: पटना में 15 नवम्बर को चित्रगुप्त पूजा धूमधाम के साथ मनाई जाएगी। दानापुर से पटना सिटी तक कुल 55 जगहों पर भगवान चित्रगुप्त जी महाराज की पूजा आयोजित की जाएगी। वही अगले दिन 16 को पटना सिटी स्थित आदि चित्रगुप्त मंदिर के प्रांगण में बने कृत्रिम तालाब में प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। इस दौरान दानापुर से लेकर पटना सिटी तक अलग-अलग इलाकों से विसर्जन जुलूस निकाली जाएगी। आदि चित्रगुप्त मंदिर में बने कृत्रिम तालाब में इन प्रतिमाओं का विसर्जन होगा और इस दौरान रंगारंग कार्यक्रम भी होंगे। इस बात की जानकारी पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने मीडिया कर्मियों को दी। 


उन्होंने कहा कि जिसके हाथ में कलम हैं वही कायस्थ है। भगवान चित्रगुप्त के 12 पुत्रों के वंशज कायस्थ है। वे कुल देवता और कलम के देवता भी है। ब्रह्मा, विष्णु और महेश के अतिरिक्त सृष्टि के आखिरी दिन तक जीवों के पाप पुण्य का लेखा-जोखा रखने वाले चित्रगुप्त भगवान हैं जो हरेक जीव का लेखा-जोखा करते हैं। वही उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना में कायस्थ समाज की जाति के आंकड़े कम बताये गये है वही हमारा समाज हर अनुमंडल में निर्णायक भूमिका में मतदाता है। मेरे घर भी कोई अधिकारी या कर्मचारी गणना करने नहीं आये थे। जातीय गणना में भारी गड़बड़ी हुई है।


पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने इस दौरान जातीय गणना को लेकर सवाल उठाये कहा कि जातीय गणना करा सिर्फ खानापूर्ति की गयी है। मैं खुद सांसद रहा हूं मेरे घर में 24 घंटे लोग रहते हैं। सरकारी सुरक्षा भी रहती है। ऐसा नहीं कि दरवाजा बंद रहता है हमारे यहां सर्वे के लिए कोई नहीं आया किसी ने इस संबंध में पूछा तक नहीं और ना ही कोई फोन ही आया। उन्होंने कहा कि मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन पत्रकार होने के नाते इतना जरूर कहूंगा कि इसे जरा अपने स्तर से भी देखा जाए। हम पत्रकार बंधुओं से भी कहेंगे की आप लोग भी दस मुहल्ले के किसी वार्ड में जाकर वहां दस घरों में घुमिये और सर्वे करें तो खुद पता चल जाएगा कि कितना प्रतिशत किस जाति की आबादी है। उन्होंने कहा कि कायस्थ ऐसी जाति है जिसका किसी से कभी विवाद नहीं होता है। हम तो समाज में शक्कर के तरह है जहां घुलते हैं मिठास ला देते हैं। हमारा किसी से कोई विरोध या विवाद नहीं है। हमको इस पचरे में पड़ना भी नहीं है। सरकार जातीय गणना करते रहे हम अपना काम करते रहेंगे लेकिन हम बता दें कि पटना महानगर की हरेक सीट में कायस्थ समाज निर्णायक भूमिका में रहेगी। जीतते रहे हैं यही आधार है इसमें आधार और क्या चाहिए। 


आरके सिन्हा ने कहा कि हमने बहुत जमीन पर सर्वे किया है। मैं यही रहता हूं मेरे घर में सभी लोग रहते हैं यह बता दें कि कौन आया और कब आया। हमारे यहां तो प्रतिदिन जो भी व्यक्ति आते हैं उनका रिकॉर्ड सरकारी सुरक्षा में लोग मिटेंन करते हैं हम आज बिहार के हरेक जिला केंद्र और सब डिविजन में निर्णायक भूमिका है। जिसको चाहे जीता सकते हैं जिसको चाहे हरा सकते हैं। कोई दिक्कत नहीं है इसको कोई चुनौती दें तो हम करके दिखा देंगे। 65 हमारे विधयक होते रहे हैं । उनका जो कागजी आकड़ा है मेरे शिकायत से एक गरीब कर्मचारी की नौकरी चल जाएगी। कोई ना कोई कार्रवाई हो जाएगी। गलती अपने मन से नहीं कर रहा उसको ऐसा करने को कहा गया था कि कुछ करना नहीं है हम लोग टेबुल पर बैठकर सब कर लेंगे। रिपोर्ट तैयार कर लेगें। बिहार में रोजगार नहीं है जिसके कारण सिर्फ कायस्थ ही नहीं सभी जाति के लोग पलायन कर गये हैं। पलायन करने वालों में सिर्फ कायस्थ जाति ही शामिल नहीं है। 

पटना से इंद्रजीत की रिपोर्ट