PATNA: पटना के जामा मस्जिद में अतीक अहमद के समर्थन में नारेबाजी के बाद बिहार पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं किया है. इस वाकये का वीडियो चारो ओर वायरल है, जिसमें नारेबाजी कर रहे व्यक्ति ने अतीक अहमद और उसके कुनबे को पूरी दुनिया के मुसलमानों की नजर में शहीद करार दिया था. लेकिन पटना पुलिस कह रही है कि वह पहले पूरे मामले की जांच करेगी फिर देखेगी कि एफआईआर दर्ज करना है या नहीं. उधर, पटना की जामा मस्जिद प्रबंधक कमेटी ने नारेबाजी करने वालों से अपना पल्ला झाड़ लिया है.
बता दें कि बिहार की राजधानी पटना में रमजान के आखिरी जुमे को अलविदा की नमाज के बाद यूपी में मारे गये गैंगस्टर अतीक अहमद के पक्ष में जमकर नारेबाजी हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी खूब नारेबाजी हुई. नारेबाजी का नेतृत्व कर रहे व्यक्ति ने अपना नाम रईस गजनवी बतलाया. उसने मीडिया के सामने कहा-आज हमने दुआ किया..या अल्लाह, अतीक अहमद की शहादत को कबूल फरमा. आज हमने यही दुआ किया अल्लाह से कि अतीक अहमद, अशरफ अहमद और असद अहमद की शहादत को कबूल फरमा. उन्हें मारा गया. योगी सरकार ने उन्हें प्लांड वे में मरवाया. शहीद हुआ है अतीक अहमद. रोजा के दिन में उसको सरकार और पुलिस ने अपराधियों के जरिये मरवाया. पूरी दुनिया के मुसलमानों की नजर में वह शहीद हो गया.
क्या बोली पटना पुलिस
पटना के सिटी एसपी वैभव शर्मा ने इस मसले पर मीडिया से बात करते हुए कहा-कुछ स्टेटमेंट दिये गये हैं, उसकी जांच की जा रही है, ये मामला स्टार्ट कैसे हुआ इसकी भी जांच की जा रही है. उसके बाद हम लोग डिसाइड करेंगे कि किस तरह का एक्शन लेना है. अभी एक्शन डिसाइड किया जा रहा है. मीडिया ने सवाल पूछा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज हुआ है या नहीं. सिटी एसपी ने कहा-अभी पहले हम लोग मैटर को इन्क्वायर करेंगे कि स्टार्ट कैसे हुआ है. उसके बाद डिसाइड करेंगे. इन्क्वायरी जब होगी तो सारे प्वाइंट को देखा जायेगा. तब फैसला लेंगे.
पटना के सिटी एसपी वैभव शर्मा ने कहा कि ये जो भी घटना है, वह सिर्फ वन ऑफ इंसीडेंट है. मेरी गुजारिश है कि इसे अफवाह की तरह नहीं फैलायें., जो भी त्योहार होने वाला है उसे पीसफुली लोग मनायेंगे. इसको लेकर किसी के दिमाग में कोई डाउट नहीं रहना चाहिये.
उधर, पटना जामा मस्जिद की प्रबंधन कमेटी ने नारेबाजी करने वालों से अपना पल्ला झाड़ लिया है. प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष मो. फैसल इमाम ने कहा कि अतीक अहमद के पक्ष में नारेबाजी करने वाले को नेता बनने का शौक चढ़ा था. तभी उसका दिमाग खराब हो गया है. अतीक अहमद का मामला यूपी का है. यूपी की सरकार समझे, यूपी के लोग समझे. हमारे यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, जिनका लॉ एंड आर्डर बेहतरीन है. उनके जैसा मुख्यमंत्री हमें पूरे हिन्दुस्तान में कहीं नहीं मिलेगा.