पटना में दो इंजीनियरों पर केस, बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल के गोदाम में की थी गड़बड़ी

पटना में दो इंजीनियरों पर केस, बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल के गोदाम में की थी गड़बड़ी

PATNA : बिहार में सरकारी इंजीनियर साहब इन दिनों खूब चर्चा में हैं। कभी भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर तो कभी हेराफेरी के कारनामे को लेकर। ताजा मामला दो सरकारी इंजीनियरों के ऊपर केस दर्ज किए जाने से जुड़ा है। बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल के गोदाम में हेराफेरी करने वाले दो सरकारी इंजीनियर समेत पांच लोगों पर केस दर्ज किया गया है। मामला पटना से सामने आया है। 


दीघा स्थित गंगा-सोन सुरक्षा प्रमंडल के केंद्रीय भंडार से 80 लाख के सामान की गड़बड़ी ऑडिट में सामने आयी। पता चला कि दीघा थाना के बगल में स्थित केंद्रीय भंडार से 12 लाख 44 हजार 696 खाली सीमेंट की बोरी, 22 हजार 216 नायलन के क्रेट, 160 पीस जियो बैग और 714 अदद पीपी रोप गैबियन गायब है। खुलासे के बाद गंगा-सोन बाड़ सुरक्षा प्रमंडल, दीघा के कार्यपालक अभियंता ख्वाजा नासिर जमाल ने दीघा थाना में प्रमंडल के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार, तत्कालीन सहायक अभियंता कुणाल किशोर, तत्कालीन कनीय अभियंता अनिल कुमार सिंह व प्रदीप कुमार और तत्कालीन गोदाम प्रभारी गौरव कुमार पर केस कर दिया। राजेश अभी बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल सलमारी में कार्यपालक अभियंता के पद पर हैं जबकि कुणाल प्रमंडल 3 में, अनिल बथनाहा में, गौरव बक्सर में और प्रदीप दीघा में ही पदस्थापित हैं। 


मामले का खुलासा होने के बाद इन सभी पर जालसाजी, धोखाधड़ी, घपला, साजिश करने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। जमाल ने बताया कि जिन लोगों को नामजद किया गया है, वे उस वक्त यहीं पदस्थापित थे। करीब 80 लाख का घपला हुआ है। थानेदार राजेश सिन्हा ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस छानबीन कर रही है।