पटना का साइको किलर अमित साथी के साथ गिरफ्तार, एमएलसी पिता के हत्यारोपित को मारी थी 32 गोलियां

पटना का साइको किलर अमित साथी के साथ गिरफ्तार, एमएलसी पिता के हत्यारोपित को मारी थी 32 गोलियां

PATNA : अपराध की दुनिया में साइको किलर के नाम से कुख्यात पटना के अविनाश श्रिवास्तव को एक बार फिर वैशाली की स्पेशल गठित टीम, डिस्ट्रिक्ट इंटेलीजेंश यूनिट और महनार पुलिस ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है. अविनाश के साथ ही उसके एक साथी फुलवारीशरीफ के रहने वाले स्मैक तस्कर अल्तमस को भी गिरफ्तार किया गया है. 

साइको किलर अविनाश राजद के पूर्व एमएलसी ललन श्रीवास्तव का बेटा है. पुलिस ने दोनों को महनार इलाके से गिरफ्तार किया है. इनके पास से 20 किलो गांजा बरामद किया गया है. पूछताछ के बाद दोनों को पुलिस ने हाजिपुर मंडलकारा भेज दिया. अविनाश को पुलिस ने 25 सिंतबर 2020 को रक्सौल से गिरफ्तार किया था, लेकिन कुछ दिन बाद वह जेल से छटते ही फिर से अपराध करने लगा था.  

दीना गोप की हत्या में भी शामिल
पुलिस की माने तो पकड़े गया अविनाश श्रीवास्तव पर कई मर्डर केस दर्ज हैं. अविनाश श्रीवास्तन शार्प शूटर है और इसका नाम दीपा गोप हत्याकांड में भी सामने आया था. बताया जाता है कि अपने एमएलसी पिता  की हत्या के बाद2002 में अविनाश श्रीवास्तव ने जुर्म का रास्ता अख्तियार किया और हाजीपुर को अपना गढ़ बना लिया. हाजीपुर में भी कई हत्याकांड में इसका नाम शामिल है.

इंफोसिस में कर चुका है काम 
दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से एमसीए करने के बाद इंफोसिस कंपनी में नौकरी कर चुके अविनाश ने उस समय अपराध जगत में कदम रखा जब साल 2002 में हाजीपुर में उसके पिता एवं तत्कालीन एमएलसी लल्लन श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अविनाश इसके बाद विचलीत  हो गया और उसने नौकरी छोड़ दी. पिता की हत्या का बदला लेने के लिए हाजीपुर वापस आ गया.  हथियार लेकर हत्यारोपी की खोज में निकल गया. 2003 में अविनाश ने अपने पिता के हत्यारोपी मोहिन खान  उर्फ पप्पू खां को हाजीपुर में 32 गोलियां मारी थी, यहीं से उसे साइको किलर का नाम दिया गया.

2016 में भी पकड़ा गया था अविनाश
 साल 2016 में हाजीपुर के महुआ थाना इलाके के हरपुर बेलवा स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में चोरी करते समय उसे पकड़ा गया था. पुलिस ने उसके बारे में पूछताछ की तो उसने कहा कि गूगल में साइको किलर अविनाश को सर्च कर लीजिए. जब पुलिस ने सर्च किया तो पुलिस के होश उड़ गए. जबकि अविनाश खुश हो गया. उसने कहा कि फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में उसके व्रस्ट फायर वाले क्लाइमैक्स को चोरी कर लिया गया है