पटना हाईकोर्ट में क्लर्क की नौकरी दिलाने के नाम पर 6 लाख की ठगी, ज्वाइनिंग लेटर और आईकार्ड तक स्पीड पोस्ट से घर भेजा

पटना हाईकोर्ट में क्लर्क की नौकरी दिलाने के नाम पर 6 लाख की ठगी, ज्वाइनिंग लेटर और आईकार्ड तक स्पीड पोस्ट से घर भेजा

PATNA CITY: यदि कोई यह दावा करे कि वो पटना हाईकोर्ट में क्लर्क और सिविल कोर्ट में चपरासी की नौकरी लगा देंगे तो ऐसे दलाल से हो जाइए सावधान। इनके झांसे में ना तो खुद पड़े और ना ही किसी साथी को पड़ने दें। तुरंत इसकी सूचना पुलिस को देकर शातिर ठगों को पकड़वाने का काम करे। क्योंकि इनके झांसे में पड़कर पटना सिटी के दो युवक 3-3 लाख रुपये गवां बैठे हैं। माता-पिता की गाढ़ी कमाई को पलक झपकते ही दोनों ने शातिर ठग के हवाले कर दिया और आज आंसू बहाने के सिवाय इनके पास कुछ भी नहीं बचा है। अब दोनों युवक इसके लिए खुद को कसुरवार मान रहे हैं कि पढ़ लिखकर क्यों ऐसे ठगों के झांसे में वो पड़ गये।


हालांकि पुलिस से कम्पलेन के बाद दोनों शातिर ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जो पटना हाईकोर्ट में नौकरी दिलाने के नाम पर नवयुवकों को अपना निशाना बनाता था। मामला पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र के चौक शिकारपुर इलाके का है जहां के रहने वाले अभिषेक को शातिर ठग ने अपने झांसे में लिया था। अभिषेक और उसके साथी मो० इमरान को भी झांसे में ले लिया। शातिर राकेश, मु्न्ना और खुद को हाईकोर्ट का स्टाफ बनाने वाले एक अन्य ठग ने विश्वास दिलाया कि अब वो हाईकोर्ट का कर्मचारी बहुत जल्द हो जाएगा। शातिर ठग से मुलाकात इलाके के लिट्टी दुकान पर हुई थी। दुकानदार ने बताया था कि कुछ लोग है जो पैसा देने पर नौकरी लगा देता है। पहली मुलाकात में दोनों युवकों से पांच-पांच हजार रूपये ऐठ लिया। 


दोनों युवक सिविल कोर्ट में चपरासी तक बनाने की बात कह रहा था। कुछ दिन बाद युवक के मोबाइल पर फोन आया जिसमें ठग पूछता है कि सिविल कोर्ट में चपरासी की जगह खाली नहीं है क्या दोनों पटना हाईकोर्ट में क्लर्क के पद पर ज्वाइन करेंगे। दोनों युवक ने एक पल में हामी भर दी। फिर बहाली के नाम पर ठग दोनों युवक से धीरे-धीरे पैसे ऐंठने लगा। दोनों ने 3-3 लाख यानी मिलकर 6 लाख रुपये उसे दे दिया। नौकरी का आसार नहीं मिलने पर दोनों छात्रों ने ठगों से रुपए वापस लौटाने की मांग कर दी। जिसके बाद ठगों ने दोनों को पेशेन्स रखने को कहा। 


फिर कुछ दिन बाद दोनों छात्रों के घर पर स्पीड पोस्ट पहुंचा जिसमें ज्वाइनिंग लेटर और फर्जी आई कार्ड लिफाफे में रखा हुआ था। लिफाफा खोलने के बाद कुछ देर के लिए दोनों युवक खुश नजर आए। उन्हें यह यकीन हो गया कि पटना हाईकोर्ट में उनकी नौकरी आखिरकार लग गयी। लेकिन जब उसने अपने साथियों को ज्वाइनिंग लेटर और आईकार्ड दिखाया तो पता चला कि यह फर्जी डॉक्यूमेंट है। 


खुद को ठगा महसूस करने वाले दोनों युवकों को अब यकीन हो गया कि उसके साथ धोखाधड़ी हुआ है। आनन-फानन में दोनों युवक चौक थाने में पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराया। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने दो ठगों को गिरफ्तार कर लिया और तीसरे ठग की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी है। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार ठगों से कड़ी पूछताछ करने में जुटी है। बता दें कि पटना सिटी में ये तीनों ठग सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर भोले-भाले छात्रों को फंसाया करता था और मोटी रकम वसूला करता था। पटना सिटी की यह घटना युवाओं के लिए एक सबक के समान है कि वे कभी ऐसे दलालों के चक्कर में ना पड़े। खूब पढ़े और अच्छे से कंप्टीशन की तैयारी कर अपने बलबूते नौकरी प्राप्त करें।