पटना सिटी: तख्त श्री हरिमंदिर के जत्थेदार को संगत से मिली जान से मारने की धमकी, संगत ने अपने ऊपर लगे आरोप को बेबुनियाद बताया

पटना सिटी: तख्त श्री हरिमंदिर के जत्थेदार को संगत से मिली जान से मारने की धमकी, संगत ने अपने ऊपर लगे आरोप को बेबुनियाद बताया

PATNA: सिखों के सबसे बड़े धर्मस्थल तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह को एक संगत द्वारा जान से मारने धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है। चौक थाने में इस बाबत सनहा दर्ज किया गया है। प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह हित ने पुलिस से कार्रवाई की बात कही। वही ज्ञानी रंजीत सिंह ने अपनी सुरक्षा की मांग की है। हालांकि संगत ने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं है। उन पर बेवजह आरोप लगाया गया है।


तख्त श्री हरिमंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह हित ने चौक थाने में एक आवेदन भी दिया है। जिसमें इस बात का जिक्र है कि बारे की गली के संगत सतनाम सिंह बग्गा द्वारा जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह और उनके साथ बदतमीजी की गयी है। इसे लेकर अध्यक्ष और जत्थेदार ने सुरक्षा की गुहार लगायी लेकिन अब तक उन्हें सुरक्षाकर्मी मुहैया नहीं कराया जा सका।  


तख्त श्री हरिमंदिर के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह ने बताया कि दरबार साहिब में दशमेश गुरु के भोग अर्पित करने वाले बर्तन की सफाई व अन्य सेवा अमृतधारी सिख को ही करने का निर्देश दिया था। जब बाल-दाढ़ी रंगने वाले संगत सतनाम सिंह बग्गा को सेवा करने से रोका गया तब आक्रोशित होकर गाली गलौज करने लगे और जान से मारने की धमकी भी दी गयी। जब इस पूरे मामले की जानकारी उन्होंने प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह हित को दी तब उनके समक्ष भी उन्हें धमकी दी गयी।  


वही इस पूरे मामले पर संगत सतनाम सिंह बग्गा ने अपनी सफाई दी। बग्गा ने कहा कि वे 45 साल से दरबार साहिब की सेवा करते आ रहे हैं। सेवा के दौरान सिंह साहिब जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह ने पंच प्यारों के साथ दरबार साहिब में मर्यादा के खिलाफ लंगर छके हैं। जबकि जत्थेदार ने बताया कि दरबार साहिब के अंदर नहीं बल्कि दीवान हॉल में बैठकर उन्होंने लंगर छका था। मामला चाहे जो भी हो यह जांच का विषय है। फिलहाल चौक थाने में शिकायत दर्ज की गयी है। वही जत्थेदार और अध्यक्ष द्वारा पुलिस से सुरक्षा की मांग की गयी है।