पेरिस में नीरज ने भारत को दिलवाया पहला सिल्वर, हॉकी में 'सरपंच साहब' की टीम ने लगातार दूसरी बार लिया मेडल

पेरिस में नीरज ने भारत को दिलवाया पहला सिल्वर, हॉकी में 'सरपंच साहब' की टीम ने लगातार दूसरी बार लिया मेडल

DESK : नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला सिल्वर मेडल दिला दिया है। टोक्यो ओलंपिक चैंपियन से इस बार भी भारत को गोल्ड मेडल की उम्मीद थी। हलांकि, नीरज पाकिस्तानी खिलाड़ी से महज कुछ ही दूरी से पीछे रह गए और  सिल्वर मेडल जीतकर भी इतिहास रच दिया। नीरज चोपड़ा सिल्वर मेडल जीतने के साथ ही देश के ऐसे दूसरे पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने इंडिविजुअल गेम्स में लगातार दो ओलंपिक मेडल जीते हैं। उनसे पहले सिर्फ सुशील कुमार (2008 और 2012) ही लगातार दो ओलंपिक मेडल जीत सके हैं। 


नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में 89.45 मीटर जेवलिन थ्रो किया। यह इस सीजन का उनका बेस्ट प्रदर्शन है। नीरज ने इस प्रदर्शन के सााथ ही सिल्वर मेडल अपने नाम किया। सबसे बड़ी बात यह रही कि नीरज के छह में से पांच थ्रो फाउल रहे। उनका, महज दूसरा थ्रो ही सही रहा, जो उन्हें मेडल दिला गया। उन्होंने टोक्यो में 87.58 मीटर के थ्रो के साथ सोना जीता था। 


वहीं, भारतीय हॉकी टीम ने 2024 पेरिस ओलिंप‍िक में इतिहास रच दिया है। हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में टीम ने स्पेन को 2-1 से हराकर ओलिंपिक में लगातार दूसरा कांस्य जीता। इसके पहले टोक्‍यो ओलिंपिक में भी भारतीय हॉकी टीम कांस्य पदक विजेता रही थी। यह ओलिंपिक पुरुष हॉकी में भारत का 13वां और 52 साल बाद लगातार दूसरा पदक है। हरमनप्रीत सिंह को दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर में गिना जाता है। उन्‍हें लोग सरपंच साहब के नाम से भी बुलाते हैं।


भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह इस ओलंपिक में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बने हैं। इस ओलंपिक में हरमनप्रीत सिंह ने 8 मैच खेले और कुल 10 गोल करने में सफल रहे। पेरिस ओलंपिक हॉकी में इसके बाद दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के ब्लेक गोवर्स  रहे, जिन्होंने 7 गोल दागे।