पप्पू यादव ने किशोर कुणाल से किया सवाल, कहा..जहां मठ-मंदिर बनाते हैं वहां रिश्तेदार और मंत्री को क्यों लाते हैं?

पप्पू यादव ने किशोर कुणाल से किया सवाल, कहा..जहां मठ-मंदिर बनाते हैं वहां रिश्तेदार और मंत्री को क्यों लाते हैं?

PATNA: महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल पर जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि लगातार मठ और मंदिरों की जमीन पर कब्जा कर वे करोड़ की साजिश कर रहे हैं। जिस-जिस जगह मंदिर या मठ बनवाते हैं वहां गड़बड़ी ही रहती है। जहां मठ मंदिर बनाते हैं वहां किशोर कुणाल रिश्तेदार और मंत्री को क्यों लाते हैं? पप्पू यादव ने पूछा कि आप इस तरह का संस्था बनाने वाले होते कौन हैं? आचार्य कुणाल ने गलत तरीके से माफियाओं के साथ-साथ नेताओं के संरक्षण में काम किया है।


शिक्षा मंत्री और KK पाठक को लेकर खूब बरसे पप्पू यादव 

इस दौरान पप्पू यादव ने बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर पर भी जमकर हमला बोला. कहा कि राजनीतिक व्यक्ति के द्वारा रामायण, इस्लाम और दलित के ऊपर उंगली उठाना यह राजनीतिक रूप से सही नहीं है। गीता, कुरान, बाइबल, रामायण हो यह आस्था की चीज है मानो तो देव नहीं तो पत्थर, तुम मानो या ना मानो लेकिन गीता,रामायण,बाइबल और कुरान पर किसी को भी टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है क्योंकि यह भावनाओं की चीज है।


ऐसी चीजों से राजनीति से जुड़े व्यक्तियों को बचना चाहिए। इस तरह की बातों की जगह अब उन्हें वन नेशन वन एजुकेशन की बात करनी चाहिए। लेकिन बिहार में सब मनुस्मृति और कुरान की कथा पढ़ने में लगे हैं। चंद्रशेखर से पप्पू यादव ने कहा कि मंत्री जी आप सर्वोच्च है आपसे ऊपर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक नहीं हैं, केके पाठक को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का राइट नहीं है।बिहार सरकार इसकी इज़ाजत नहीं देता है। ऐसा कानून है कि कोई भी सेक्रेटरी बिना मंत्री के रहते प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं कर सकता? हमारी पार्टी जाप किसी भी धर्म के आस्था के साथ मजबूती के साथ खड़ा है, किसी भी दलित या किसी भी विचारधारा के साथ खड़ी है। किसी भी विचारधारा को चैलेंज करने वाले की दुकान चल सकती है, लेकिन समाज को ठेस पहुंचाने की इजाजत हमारी पार्टी नहीं दे सकती।


अमित शाह के बिहार दौरे पर बोले पप्पू

अमित शाह बिहार आए तो बिहार को स्पेशल स्टेटस देने की बात नहीं की एम्स निर्माण की बात नहीं की, मधुबनी में तीन चिमनी को खोलने की बात नहीं किया, दरभंगा के पेपर मिल की बात नहीं किया. मैं अमित शाह का पैर धोकर पियूंगा आप मधेपुर की दूध की फैक्ट्री, मधुबनी का तीनों चीनी मिल, दरभंगा का पेपर मिल और सीमांचल और कोसी को बाढ़ से मुक्त कर दीजिए. अमित शाह आप आए तो विशेष राज्य पर बात नही किया, ना विशेष स्टेटस पर बात किया ना मधुबनी के तीनों चीनी मिल खुलवाने की बात की है ना दरभंगा के पेपर मिल खुलवाने की बात की है ना मधेपुर की दूध फैक्ट्री खुलवाने की बात की है. अमित शाह की रैली फ्लॉप है। शाह ने मिथिला सीमांचल और बिहार का अपमान किया है। INDIA गठबंधन के द्वारा कई टीवी एंकरों को बैन करने के ऊपर कहा कि आतंकवादी और उग्रवादी की तरह बात करने वाला टपोरी पत्रकार को बैन नहीं करेगा तो क्या करेगा साइकिल नहीं था और आज करोड़पति बन गया है।