सियासी वजूद बचाने की जद्दोजहद में लगे पप्पू यादव ने जनता से नकारे गये नेताओं को जुटाया, थर्ड फ्रंट बनाने का दावा

सियासी वजूद बचाने की जद्दोजहद में लगे पप्पू यादव ने जनता से नकारे गये नेताओं को जुटाया, थर्ड फ्रंट बनाने का दावा

PATNA: अपना सियासी वजूद बचाने की जद्दोजहद से जूझ रहे पप्पू यादव ने आज नया पॉलिटिकल ड्रामा किया. पप्पू यादव ने पिछले चुनाव में जनता द्वारा नकार दिये गये नेताओं को जुटाया. पटना के एक होटल में ये नेता बैठे और बिहार में थर्ड फ्रंट बनाने का दावा कर दिया गया. बैठक में जुटे नेताओं की लिस्ट देखिये थर्ड फ्रंट बनाने की कवायद कर रहे पप्पू यादव की बैठक में शामिल नेताओं की लिस्ट देखिये. इसमें जहानाबाद के पूर्व सांसद अरूण कुमार, बीजेपी-जदयू से बाहर हुई पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, रालोसपा से विदा किये गये दशई चौधरी, राघवेंद्र कुशवाहा, अनिल कुमार जैसे तकरीबन दो दर्जन नेता मौजूद थे. आलम ये था कि हमारे संवाददाता भी बैठक में मौजूद कई नेताओं को पहचान नहीं पायी. पप्पू की बैठक में मौजूद तकरीबन सारे नेता वही थे जिन्हें एनडीए या राजद गठबंधन में जगह नहीं मिल पा रही है. बैठक में नेताओं के अलग-अलग सुर रेणु कुशवाहा ने कहा कि फिलहाल वे जनसमस्याओं पर संघर्ष करने के लिए विचार विमर्श कर रहे हैं. लेकिन भविष्य में थर्ड फ्रंट बनने की पूरी संभावना है. इन्हीं मुद्दों पर चर्चा हो रही है. वहीं जहानाबाद के पूर्व सांसद अरूण कुमार ने थर्ड फ्रंट की संभावना को ही नकार दिया. उनके मुताबिक बैठक में सिर्फ संघर्ष की रणनीति बन रही है. सियासी वजूद बचाने की कवायद दरअसल पप्पू यादव का सियासी वजूद खतरे में है. लोकसभा चुनाव में वे अपनी जमानत तक नहीं बचा पाये. अब वे मुख्यधारा के दोनों गठबंधनों से नकारे जा चुके हैं. तमाम कोशिशों के बावजूद लालू यादव उन्हें बर्दाश्त करने को तैयार नहीं हैं. वहीं नीतीश कुमार ने भी उन्हें नकार दिया है. पप्पू यादव ने कुछ दिन पहले जीतन राम मांझी से मुलाकात की थी. सूत्रों की मानें तो वे मांझी के सहारे राजद गठबंधन तक पहुंच बनाना चाह रहे थे. लेकिन वहां भी सफलता हाथ नहीं लगी.