पाकिस्तान में घसुकर आतंकियों को 'मौत की नींद' सुला रहा भारत ? इंटरनेशनल मीडिया के दावों पर सरकार ने दिया जवाब

पाकिस्तान में घसुकर आतंकियों को 'मौत की नींद' सुला रहा भारत ? इंटरनेशनल मीडिया के दावों पर सरकार ने दिया जवाब

DESK : पाकिस्तान अपने शुरुआती दिनों से ही भारत के दुश्मनों का पनाह देता रहा है। इस बात की चर्चा सरेआम होती है। हालांकि, इस बात को शायद ही वहां के पीएम सच मानते हो, लेकिन अब जो रिपोर्ट सामने आया है और जिसकी चर्चा काफी तेजी से हो रही है वो यह है कि पिछले कुछ सालों में पड़ोसी मुल्क में एक-एक कर भारत के दुश्मनों का खात्मा हो रहा है। सबसे बड़ी बात है कि ब्रिटिश अखबार गार्जियन ने दावा किया है कि पाकिस्तान में हो रहीं भारतीय दुश्मनों की हत्याओं के पीछे भारत की खुफिया एजेंसी 'रिसर्च एंड एनालिसिस विंग' (रॉ) का हाथ है। 


इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत सरकार ने पाकिस्तान में आतंकियों की हत्या करने का आदेश दिया है। भारत सरकार ने विदेशी धरती पर रहने वाले आतंकवादियों को खत्म करने की एक व्यापक रणनीति बनाई है और उसी रणनीति के हिस्से के रूप में पाकिस्तान में एक गुप्त ऑपरेशन चलाया जा रहा है। खुफिया अधिकारियों का दावा है कि 2020 से अब तक 20 हत्याएं की गई हैं।  वहीं, अब इस मामले में सरकार के तरफ से भी जवाब आया है।  सरकार के तरफ से कहा गया है कि - ऐसा कोई भी काम हमारे जानकारी में नहीं है और यदि ऐसा हो रहा है तो यह दुर्भावनापूर्ण है। 


वहीं, इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दो भारतीय खुफिया अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि रॉ ने पुलवामा हमले के बाद विदेशों में छिपे दुश्मनों के खात्मे पर जोर देना शुरू किया।  पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने 14 फरवरी, 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया। इस अटैक में 40 जवान शहीद हो गए थे।  पुलवामा हमले की वजह से भारत-पाकिस्तान के रिश्ते इतने ज्यादा तनावपूर्ण हो गए थे कि युद्ध की नौबत आ पड़ी। 


अधिकारी ने बताया कि भारत ने इजरायल की मोसाद और रूस की केजीबी जैसी खुफिया एजेंसियों से प्रेरणा ली है, जो विदेशों में दुश्मनों को ठिकाना लगाने में माहिर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में बैठे दुश्मनों को खत्म करने का प्लान बनाते समय रॉ के अधिकारियों ने सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या का भी हवाला दिया। जमाल खशोगी की 2018 में तुर्की में सऊदी दूतावास के भीतर हत्या कर दी गई थी। 


उधर, वहीं, द गार्जियन को एक जवाब में भारत के विदेश मंत्रालय ने सभी आरोपों से इनकार किया। भारत का कहना है कि इस तरह के दावे झूठे और दुर्भावनापूर्ण हैं और भारत विरोधी प्रचार का हिस्सा हैं। मंत्रालय ने विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर के पिछले खंडन का हवाला दिया और कहा, अन्य देशों में टारगेट किलिंग में भारत सरकार की कोई भूमिका नहीं है।