ब्रेकिंग न्यूज़

MUNGER: अपने पैतृक गांव तारापुर पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, 17620.90 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB Bihar Politics: गयाजी में NDA का कार्यकर्ता सम्मेलन, हजारों महिला और पुरुष हुए शामिल Bihar Politics: गयाजी में NDA का कार्यकर्ता सम्मेलन, हजारों महिला और पुरुष हुए शामिल मुंगेर: असरगंज कच्ची कांवरिया पथ पर मिला दुर्लभ रसेल वाइपर, वन विभाग ने किया रेस्क्यू

अच्छा जीवन जीने के लिए शिक्षा जरूरी, मुकेश सहनी बोले- पढ़ाई से ही दूर होगी बदहाली

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 06 Mar 2023 07:26:02 PM IST

अच्छा जीवन जीने के लिए शिक्षा जरूरी, मुकेश सहनी बोले- पढ़ाई से ही दूर होगी बदहाली

- फ़ोटो

BEGUSARAI: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी सोमवार को बेगूसराय पहुंचे, जहां वे एक प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित भी किया।


दरअसल, मुकेश सहनी डंडारी प्रखंड स्थित पंचमुखी गांव में भगवान बजरंगबली और बाबा अमरसिंह देव की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए बेगूसराय पहुंचे थे। इस दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सहनी ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को होली की शुभकामनाएं दी।


इस दौरान उन्होंने लोगों को अपने बच्चों को खूब पढ़ाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जबतक बच्चे पढ़ेंगे नहीं तबतक सर उठाकर जीने लायक नहीं बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि भले ही दो रोटी कम खाइए और घूमने जाना है तो मत जाइए लेकिन अपने बच्चों को पढ़ा लिखाकर काबिल बनाइए। जो बच्चे पढ़ नहीं पाते हैं वे जिंदगी भर सिर झुकाकर जीने को मजबूर हो जाते हैं।