NAWADA: पुलिस कस्टडी में युवक की मौत पर एक्शन, थानाध्यक्ष सहित 4 पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज जयमाला के दौरान हर्ष फायरिंग: गोली लगने से दुल्हन के फुफेरे भाई की दर्दनाक मौत बिहार फ़िल्म सिटी परियोजना में निवेशकों ने दिखाई दिलचस्पी, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अहम बैठक पश्चिम चंपारण में 2 नाव की टक्कर: गंडक नदी में नाव पलटने से 15 लोग डूबे, 2 बच्चियां लापता GOPALGANJ: भाजपा नेता की पत्नी को मिली धमकी, BJP MLC गप्पू सिंह पर गंभीर आरोप Bihar News: बिहार में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार का बड़ा कदम, राज्य के इन फार्मर्स को मिलेगा बड़ा फायदा Bihar News: बिहार में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार का बड़ा कदम, राज्य के इन फार्मर्स को मिलेगा बड़ा फायदा सुपौल के पिपरा नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का बोलबाला, सड़क पर उतरे लोगों ने किया प्रदर्शन Bihar News: बिहार में BSRTC के बेड़े में बढ़ेगी CNG बसों की संख्या, परिवहन विभाग की बैठक में मंत्री ने दिए निर्देश Bihar News: बिहार में BSRTC के बेड़े में बढ़ेगी CNG बसों की संख्या, परिवहन विभाग की बैठक में मंत्री ने दिए निर्देश
1st Bihar Published by: Updated Tue, 24 Dec 2019 02:39:54 PM IST
- फ़ोटो
DELHI: नागरिकता संशोधन कानून के बाद अब केंद्र की मोदी कैबिनेट ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को मंजूरी दे दी है. खबर के मुताबिक 2020 तक एनआरपी लागू किया जा सकता है. एनपीआर का मकसद देश के नागरिकों की व्यापक पहचान का डेटाबेस तैयार करना है. इसमें लोगों की संख्या गिनने के साथ बायोमेट्रिक जानकारी भी होगी.
दरअसल साल 2010 में पहली बार एनपीआर तैयार करने का फैसला हुआ था. 2011 की जनगणना के साथ एनपीआर लागू किया गया था. जानकारी के मुताबिक इस एनपीआर के लिए प्रत्येक व्यक्ति के बारे में 15 जानकारियां जुटाई जाएंगी. जिसमें व्यक्ति का नाम, माता-पिता, लिंग, जन्म, शैक्षणिक योग्यता, पता शामिल हैं. वहीं पिछली बार की तुलना में इस बार कुछ व्यापक जानकारी भी मांगी जा सकती हैं.
आपको बता दें कि एनपीआर जनगणना का हिस्सा है और जनगणना से पहले इसे अपडेट किया जाता है. पहली बार साल 2010 में एनपीआर रजिस्टर तैयार हुआ था और अब 10 साल बाद फिर से इसे अपडेट किया जा रहा है. केंद्र सरकार को साल 2021 तक जनगणना के पूरे आंकड़े जुटाने है, जिसके कारण NPR पर आज कैबिनेट की बैठक में चर्चा हो सकती है. एनपीआर पर काम अगले साल अप्रैल से शुरू होगा लेकिन अभी से कुछ राजनीतिक दलों ने इसका विरोध करना शुरु कर दिया है.