ब्रेकिंग न्यूज़

टिन की बोतल में विदेशी शराब: तस्करी के नये-नये हथकंडे अपना रहे धंधेबाज, 96 लीटर बरामद Bihar News: बिहार के AQI में जबरदस्त बढ़ोतरी के बाद IMD का अलर्ट जारी, ठंड में भी तगड़ा इजाफा तेजस्वी के कारण छिन रहा है राबड़ी देवी का बंगला: जानिये 8 साल पहले के फैसले से अब लालू परिवार का हो रहा नुकसान बिहार में जमीन रजिस्ट्री से हटे जमाबंदी नियम: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से खरीद–फरोख्त और म्यूटेशन होगा आसान चौथी बार स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद मंगल पांडेय ने किया ऐलान, कहा..पटना में बनेगा देश का सबसे बड़ा हड्डी अस्पताल पटना: बिहार इंस्टिट्यूट ऑफ लॉ में डायरी का लोकार्पण, कार्यक्रम में 500 से अधिक छात्र-छात्राओं ने लिया भाग बिहार में नई सरकार बनते ही छीन गया तेजप्रताप से बंगला, BJP कोटे के मंत्री को हुआ अलॉट अनंत सिंह के नाम पर 2 करोड़ रंगदारी मांगने वाले 3 बदमाशों को पटना पुलिस ने दबोचा, 48 घंटे में इस साजिश का हुआ खुलासा रांची में सुकृष्णा कॉमर्स एकेडमी का नया सेंटर शुरू, छात्रों को शहर में ही बेहतरीन कॉमर्स शिक्षा का मिलेगा अवसर: आदित्य साहू नई सरकार बनते ही लालू परिवार पर गिरी बड़ी गाज, 20 साल पुराना बंगला छीना गया, जारी हो गया आदेश

मोदी कैबिनेट ने NPR को दी मंजूरी, 2020 तक हो सकता है लागू

1st Bihar Published by: Updated Tue, 24 Dec 2019 02:39:54 PM IST

 मोदी कैबिनेट ने NPR को दी मंजूरी, 2020 तक हो सकता है लागू

- फ़ोटो

DELHI: नागरिकता संशोधन कानून के बाद अब केंद्र की मोदी कैबिनेट ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को मंजूरी दे दी है. खबर के मुताबिक 2020 तक एनआरपी लागू किया जा सकता है. एनपीआर का मकसद देश के नागरिकों की व्यापक पहचान का डेटाबेस तैयार करना है. इसमें लोगों की संख्या गिनने के साथ बायोमेट्रिक जानकारी भी होगी.

दरअसल साल 2010 में पहली बार एनपीआर तैयार करने का फैसला हुआ था. 2011 की जनगणना के साथ एनपीआर लागू किया गया था. जानकारी के मुताबिक इस एनपीआर के लिए प्रत्येक व्यक्ति के बारे में 15 जानकारियां जुटाई जाएंगी. जिसमें व्यक्ति का नाम, माता-पिता, लिंग, जन्म, शैक्षणिक योग्यता, पता शामिल हैं. वहीं पिछली बार की तुलना में इस बार कुछ व्यापक जानकारी भी मांगी जा सकती हैं. 


आपको बता दें कि एनपीआर जनगणना का हिस्सा है और जनगणना से पहले इसे अपडेट किया जाता है. पहली बार साल 2010 में एनपीआर रजिस्टर तैयार हुआ था और अब 10 साल बाद फिर से इसे अपडेट किया जा रहा है. केंद्र सरकार को साल 2021 तक जनगणना के पूरे आंकड़े जुटाने है, जिसके कारण NPR पर आज कैबिनेट की बैठक में चर्चा हो सकती है. एनपीआर पर काम अगले साल अप्रैल से शुरू होगा लेकिन अभी से कुछ राजनीतिक दलों ने इसका विरोध करना शुरु कर दिया है.