MADHUBANI: बाढ़ राहत का जायजा लेते फिर रहे डिप्टी सीएम सुशील मोदी को जेडीयू के मंत्रियों और विधायकों ने हैसियत दिखा दी. पिछले दो दिनों में सुशील मोदी ने बाढ़ राहत को लेकर दो जिलों में समीक्षा के लिए बैठक रखी लेकिन जदयू के मंत्रियों और विधायकों ने उसका नोटिस ही नहीं लिया. हद देखिये कि मोदी ने कल मधुबनी में समीक्षा बैठक की. जिले से जेडीयू के तीन मंत्री और दो MLA-MLC हैं लेकिन वहां कोई नहीं पहुंचा. डिप्टी सीएम की बैठकों में दिख रहे नजारे ने बिहार में बीजेपी और जदयू के बीच चल रही खींचतान को सार्वजनिक कर दिया है.
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बने सुमो
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले दिन से ही बाढ़ के रिलीफ से बीजेपी को अलग रखा है. मकसद साफ है कि बाढ़ राहत के तौर पर लोगों को मिल रही मदद का कोई श्रेय भाजपा न ले पाये. नीतीश के किसी कार्यक्रम में सुशील मोदी को नहीं पूछा जा रहा है. ऐसे में पिछले दो दिनों से सुशील मोदी ने खुद बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर समीक्षा करना शुरू किया. परसों वे सीतामढ़ी में थे तो कल मधुबनी पहुंचे थे. दोनों जिलों में समीक्षा बैठक हुई, जिसमें बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना वाला नजारा दिख गया.
डिप्टी सीएम को JDU ने दिखाया ठेंगा
सुशील मोदी ने कल मधुबनी में समीक्षा बैठक की. इसकी सूचना पहले से थी. मधुबनी से जेडीयू के तीन मंत्री हैं. जल संसाधन मंत्री संजय झा, आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय और पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत. तीनों कल मधुबनी में ही थे. लेकिन कोई डिप्टी सीएम की समीक्षा बैठक में झांकने तक नहीं गया. जदयू की विधायक गुलजार देवी और विधान पार्षद रामलखन राम रमण ने भी डिप्टी सीएम की बैठक का कोई नोटिस नहीं लिया. इससे पहले शनिवार को सुशील मोदी सीतामढी में थे. वहां भी डिप्टी सीएम ने समीक्षा बैठक की. उस बैठक में भी जेडीयू का कोई विधायक-मंत्री नहीं पहुंचा.
राजद के नेता बचा रहे डिप्टी सीएम की इज्जत
सीतामढ़ी हो या मधुबनी. राजद के नेताओं ने डिप्टी सीएम की इज्जत बचायी. सीतामढ़ी में सुशील मोदी की समीक्षा बैठक में राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे और विधायक अबु दोजाना मौजूद रहे. शनिवार को भी जब मधुबनी में सुशील मोदी ने बैठक की तो उसमें राजद विधायक समीर महासेठ मौजूद थे.
जदयू-बीजेपी में शह-मात का खेल उजागर
FIRST BIHAR आपको पहले से ही बता रहा है कि जदयू और भाजपा के बीच शह-मात का खेल तेज होता जा रहा. रिलीफ पर राजनीति ने उसे खुल कर सामने ला दिया है. अब इंतजार उस पल का किया जा रहा है जब दोनों पार्टियों के बीच तलाक का औपचारिक एलान हो.