PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अगले साले होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आज पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक बुलाई थी. लेकिन पार्टी के अंदर बखेड़ा थम नहीं रहा है. जेडीयू के विधायक ने नीतीश कुमार से सवाल पूछा है-क्या इस पार्टी में भूमिहारों को गाली देने वालों को सम्मान मिलता है?
विधायक डॉ संजीव का सवाल
प्रदेश जेडीयू कार्यालय में हुई इस बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए परबत्ता से जेडीयू विधायक डॉ संजीव कुमार ने कहा कि उन्होंने अपने नेतृत्व के सामने सवाल उठाया है. क्या यहां भूमिहारों के खिलाफ बयान देने वालों, उन्हें अपशब्द कहने वालों को इनाम मिलता है? जेडीयू विधायक संजीव कुमार ने कहा कि पार्टी में सबकुछ ठीक है, बुलंदी पर है. लेकिन एक-एकाध लोग ऐसे हैं, जो जातिसूचक शब्द बोल रहे हैं, भूमिहारों के खिलाफ बयान दे रहे हैं.
भूमिहारों ने नीतीश के लिए कुर्बानी दी
विधायक डॉ संजीव ने कहा कि जो लोग भूमिहारों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं, उनका मैं खुला विरोध कर रहा हूं. पहले भी कर रहा था औऱ आज भी कर रहा हूं. नीतीश कुमार ने जब से लालू यादव का साथ छोड़ कर अलग पार्टी बनायी थी, तब से बिहार के भूमिहार उनके साथ खड़े हैं. बिहार में एनडीए को मजबूत करने के लिए भूमिहारों ने बहुत कुर्बानी दी है. 2005 में बिहार में जब नीतीश कुमार की सरकार बनी, उसके बाद भी भूमिहारो ने हर कदम पर सरकार का साथ दिया.
अशोक चौधरी को महासचिव कैसे बनाया
विधायक डॉ संजीव ने कहा कि भूमिहारों को अपशब्द कहने वाले मंत्री अशोक चौधरी को जेडीयू का राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने का फैसला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. ये बात मेरी समझ से बाहर है. जेडीयू का लगातार नुकसान पहुंचा रहे अशोक चौधरी जैसे लोगों को पार्टी गिफ्ट क्यों दे रही है. आखिर किस आधार पर उन्हें मंत्री के साथ साथ राष्ट्रीय महासचिव भी बना दिया गया.