नीतीश के स्ट्रोक से लालू-तेजस्वी पस्त: लाश पर महिला आरक्षण होने का एलान करने वाले लालू खामोश, तेजस्वी चुप, राबड़ी के नाम पर जारी हो रहा बयान

नीतीश के स्ट्रोक से लालू-तेजस्वी पस्त: लाश पर महिला आरक्षण होने का एलान करने वाले लालू खामोश, तेजस्वी चुप, राबड़ी के नाम पर जारी हो रहा बयान

PATNA: 27 सालों तक महिला आरक्षण बिल को पास होने से रोकने में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले लालू प्रसाद यादव को नीतीश कुमार के मास्टर स्ट्रोक ने पस्त कर दिया है. लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश हो चुका है लेकिन लालू यादव से लेकर तेजस्वी यादव की जुबान बंद हो गयी है. लालू परिवार ने महिला आरक्षण पर बोलने के लिए राबड़ी देवी को आगे किया है. राबड़ी देवी के नाम पर बयान जारी किये जा रहे हैं लेकिन उसमें कोई तेवर नजर नहीं आ रहा है. 


नीतीश के मास्टरस्ट्रोक से लालू-तेजस्वी पस्त

बता दें कि पिछले 27 सालों से लालू प्रसाद यादव ये एलान करते रहे कि उनकी लाश पर संसद से महिला आरक्षण बिल पास होगा. 2010 में जब केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार ने महिला बिल संसद में पेश किया तो लालू यादव ने सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का एलान कर दिया था. लेकिन इस दफे नीतीश कुमार ने खेल कर दिया है और लालू-तेजस्वी की हालत ये है कि वे एक लाइन नहीं बोल पा रहे हैं. 


दरअसल जैसे ही केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण बिल लाने का फैसला कैबिनेट से पास किया, वैसे ही जेडीयू की ओर से इस बिल के समर्थन का एलान कर दिया गया. जेडीयू के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी संसद में इस बिल का बिना शर्त समर्थन करेगी. नीतीश कुमार के इस दांव से लालू यादव का कुनबा हैरान है.


राजद के एक वरीय नेता ने फर्स्ट बिहार को बताया कि पार्टी में सन्नाटा पसरा हुआ है. लालू प्रसाद यादव तो एलान करते आये हैं कि उनकी लाश पर महिला आरक्षण बिल पास होगा. लेकिन बिहार में जिसके साथ राजद सरकार चला रही है उसने बिल के समर्थन का एलान कर दिया है. अब लालू प्रसाद यादव के कुनबे को ये सूझ नहीं रहा है कि वह क्या करे. नीतीश कुमार ही नहीं कांग्रेस ने भी महिला आरक्षण बिल को समर्थन देने का एलान किया है. 


सत्ता के लिए साध ली गयी चुप्पी

राजद सूत्रों के मुताबिक लालू प्रसाद यादव का कुनबा समझ रहा है कि इस मामले में अगर अब ज्यादा बवाल किया तो नीतीश कुमार को यू-टर्न मारने का मौका मिल जायेगा. नीतीश कुमार की जी-20 की मीटिंग के दौरान नरेंद्र मोदी से मुलाकात, उसके बाद भाजपा नेताओं का नीतीश के प्रति बदले रूख से पहले ही लालू-तेजस्वी आशंका में जी रहे हैं. अगर नीतीश ने अब पलटी मार ली तो फिर तेजस्वी यादव को सीएम बनाने का सपना अधूरा रह जाने वाला है. लिहाजा ना लालू कुछ बोल रहे हैं औऱ तेजस्वी प्रसाद यादव. 


राबड़ी देवी के नाम पर जारी किया जा रहा है बयान

राजद ने महिला आरक्षण बिल पर बयान देने के लिए राबड़ी देवी का सहारा लिया है. पार्टी की ओर से बयान तैयार करा कर राबड़ी देवी के नाम पर जारी किया जा रहा है. लेकिन इस बयान में कोई तेवर नहीं है. लालू यादव के लाश पर बिल पास होने वाले बयान या फिर सरकार से समर्थन वापस ले लेने वाले एलान जैसा कोई तेवर राबड़ी देवी के नाम पर जारी बयान में नहीं दिख रहा है. जाहिर है सत्ता जाने का डर राजद पर हावी है.