नई सरकार में मिथिलांचल की बल्ले-बल्ले, क्षेत्रीय हिस्सेदारी में मारी बाजी

नई सरकार में मिथिलांचल की बल्ले-बल्ले, क्षेत्रीय हिस्सेदारी में मारी बाजी

PATNA : बिहार में एनडीए की नई सरकार के अंदर मिथिलांचल का दबदबा देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जिन 14 मंत्रियों ने सोमवार को शपथ ली है उनमें से सबसे ज्यादा मिथिलांचल के इलाके के हैं। मिथिलांचल के इलाके से आने वाले छह मंत्रियों ने कल शपथ ली। इसके पीछे मिथिलांचल में एनडीए के बेहतरीन प्रदर्शन को बड़ी वजह माना जा रहा है। दरभंगा जिले से 3 चेहरों को कैबिनेट में जगह मिली है जबकि मधुबनी से दो मंत्री बनाए गए हैं। 


हालांकि नई कैबिनेट में अन्य क्षेत्रीय इलाकों को भी हिस्सेदारी दी गई है। तिरहुत, मगध, शाहाबाद, सीमांचल, अंग, चंपारण, सारण इलाके से भी चेहरों को कैबिनेट में जगह मिली है। मिथिलांचल के बाद दूसरे नंबर पर मगध क्षेत्र की भागीदारी है। मगध से 2 चेहरों को कैबिनेट में जगह मिली है जबकि चंपारण से एक, सारण से एक, तिरहुत से एक, शाहाबाद से एक, अंग से एक और सीमांचल से एक चेहरे को कैबिनेट में प्रतिनिधित्व दिया गया है। बीजेपी की तरफ से डिप्टी सीएम बनाए गए तार किशोर प्रसाद सीमांचल के इलाके से आते हैं जबकि चंपारण के इलाके से दूसरी डिप्टी सीएम रेणु देवी हैं। मिथिलांचल के इलाके से जेडीयू और भाजपा कोटे से दो-दो और वीआईपी कोटे से एक मंत्री कैबिनेट में शामिल हैं। मिथिलांचल के इलाके से आने वाले विजय कुमार चौधरी, शीला मंडल, रामप्रीत पासवान, जीवेश कुमार और मुकेश साहनी कैबिनेट में शामिल हैं। 


कोसी के इलाके से कैबिनेट में जगह पाने वाले इकलौते मंत्री जेडीयू के वरिष्ठ नेता विजेंद्र प्रसाद यादव हैं जबकि मगध के इलाके से अशोक चौधरी और संतोष सुमन को कैबिनेट में जगह दी गई है। शाहाबाद में बुरे प्रदर्शन के बावजूद बीजेपी में अमरेंद्र प्रताप सिंह को मंत्री बनाया है जबकि तिरुपति इलाके से आने वाले रामसूरत राय और अंग प्रदेश से आने वाले मेवालाल चौधरी को जगह मिली है। सारण के इलाके से मंगल पांडे आते हैं।