SIWAN: बिहार में सियासी जमीन तलाश कर रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर गांव-गांव घूमकर केंद्र और बिहार सरकार की नाकामी को जनता से बता रहे हैं। जन सुराज यात्रा पर निकले पीके लालू-नीतीश-तेजस्वी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक साथ हमला बोल रहे हैं। प्रशांत किशोर ने इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने निशाने पर लिया है। पीके ने कहा कि 2012-13 में बिहार और यूपी के लोग नरेंद्र मोदी का नाम तक नहीं जानते थे। जिस नरेंद्र मोदी को बिहार के लोगों ने केंद्र की सत्ता तक पहुंचाया, उस बिहार के विकास के लिए उन्होंने एक दिन भी कोई बैठक नहीं की।
दरअसल, प्रशांत किशोर अपनी पदयात्रा के 157वें दिन सीवान के सुरवल पंतायत में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बिहार की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए जमकर बरसे। पीके ने कहा कि 2014 के चुनावों में खूब शोर हुआ कि नरेंद्र मोदी अगर प्रधानमंत्री बन जाएंगे तो बदहाली दूर हो जाएगी। हमने ही 2014 में नरेंद्र मोदी का चुनावी अभियान चलाया था। तब यूपी और बिहार के लोग नरेंद्र मोदी का नाम तक नहीं जानते थे और आज कहते हैं कि नरेंद्र मोदी से ही देश का विकास होगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पिछले नौ सालों बिहार के विकास के लिए एक भी बैठक नहीं की। अगर इस बात को कोई साबित कर दे कि पीएम ने बिहार के विकास के लिए बैठक की है तो हम कल से ही नरेद्र मोदी का झंडा लेकर चलने को तैयार हैं।बिहार के विकास के लिए प्रधानमंत्री ने आजतक कोई बैठक तक नहीं की लेकिन लोग कूद-कूदकर कमल को वोट दे रहे हैं फिर तो इसमें गलती किसकी है। बिहार के लोगों ने बड़ी संख्या में बीजेपी सांसदों को जीताकर लोकसभा भेजा लेकिन पीएम आज गुजरात को बुलेट ट्रेन की सौगात दे रहे हैं और बिहार के लोगों को पैसेंजर ट्रेन भी नसीब नहीं है। पीके ने कहा कि बिहार की बदहाली दूर करने के लिए हमें खुद खड़ा होना होगा, नहीं तो हमारी तरह हमारे बच्चों का जीवन भी बदहाली में ही गुजरेगा।