नालंदा में सड़क जाम के कारण दर्जनों अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित, रो-रोकर बुरा हाल, स्कूल के नाम में गड़बड़ी को लेकर भी हुआ कंफ्यूजन

नालंदा में सड़क जाम के कारण दर्जनों अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित, रो-रोकर बुरा हाल, स्कूल के नाम में गड़बड़ी को लेकर भी हुआ कंफ्यूजन

NALANDA: बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के पहले दिन करीब दो दर्जन से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित रह गये। पटना से नालंदा आए अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। सड़क जाम होने के कारण वे सभी परीक्षा केंद्र पर 5 मिनट लेट पहुंचे थे जिसके कारण उन्हें परीक्षा केंद्र में शामिल नहीं होने दिया गया। 


शिक्षक अभ्यर्थियों का रो-रोकर बुरा हाल है। इनका आरोप है कि आरपीएस स्कूल के जगह एडमिट कार्ड में आरपीएस पब्लिक स्कूल लिख दिया गया है जिसके कारण काफी कन्फयूजन हुआ। एक तरफ तेज बारिश और ऊपर से शहर में जाम की स्थिति बनी रही। जिसके कारण अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा के पहले दिन बिहारशरीफ में सुबह से ही झमाझम बारिश होने के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी। जाम के कारण कई गाड़ियां फंसी रही। 


जिन गाड़ियों से अभ्यर्थी सेंटर पर पहुंच रहे थे वो भी भीषण जाम में फंसी रही। जिसके कारण अभ्यर्थियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा। इसी कारण दर्जनों अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र पर विलंब से पहुंचे जिसके कारण उन्हें परीक्षा से वंचित कर दिया गया। परीक्षा से वंचित किये जाने के बाद अभ्यर्थियों का रो-रोकर बुरा हाल है। परीक्षा केंद्र के बाहर कई अभ्यर्थी रोते दिखे जिन्हें उनके परिजन चुप कराते नजर आए।


अभ्यर्थियों का कहना था कि करीब 30 लोगों को परीक्षा से वंचित किया गया है। कुछ का कहना था कि स्कूल के नाम को लेकर भी भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। जिसके कारण वे सेंटर पर लेट से पहुंचे जिसके कारण उन्हें परीक्षा हॉल में घुसने नहीं दिया गया। महिला अभ्यर्थियों का कहना था उनकी बात डीएम साहब ने नहीं सुना। पांच मिनट लेट होने के कारण परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया। इस पांच मिनट के चक्कर में उनका कैरियर अब बर्बाद हो गया है। 


हमलोग लोकल नहीं है सब बाहर से यहां एग्जाम देने आये है। स्कूल के नाम में कन्फ्यूजन होने की वजह से सेंटर खोजने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ गया। सेंटर खोजने के चक्कर में सेंटर पर लेट पहुंचे जिसकी सजा यह दी गयी। महिला अभ्यर्थी ने बताया कि स्कूल का नाम गलत लिखा हुआ है सेंटर खोजते खोजते दो मिनट लेट पहुंचे तो परीक्षा केंद्र में घुसने नहीं दिया गया। ऐसा नहीं होना चाहिए था। आज हमारा सारा सपना टूट कर रह गया।


 बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा प्राथमिक,माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय अध्यापक प्रतियोगिता परीक्षा  के लिए नालंदा जिला के 32 परीक्षा केंद्रों पर किया जारहा है। जिसमें बिहार शरीफ में 26 परीक्षा केंद्र, राजगीर में 03 परीक्षा केंद्र तथा हिलसा में 03 परीक्षा केंद्र  बनाए गए हैं।