NALANDA : बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थल राजगीर के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित आयुर्वेद पर्व का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया। रविवार से 13 दिसंबर तक आयोजित इस आयुर्वेद पर्व में 1500 आयुर्वेद विशेषज्ञ शामिल होंगे। इसमें आयुर्वेद औषधि से लेकर आयुर्वेद के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहला कार्यक्रम राजगीर का चयन किया गया बहुत बड़ी बात है। राजगीर एक ऐतिहासिक भूमि है। कोई मामूली चीज नहीं है। यहां आकर आप लोगों कार्यक्रम कर रहें है बहुत बड़ी बात है। राजगीर की भूमि महत्वपूर्ण है। यहां पर आयुर्वेद का महत्व काफी पुराना है। भगवान बुद्ध यहां आते थे, उनको देखने वाले आयुर्वेद चिकित्सक यहीं थें।
आयुर्वेद को बढ़ावा देने का काम चल रहा है। यहां के बारे में बता दें कि हमारे पिता जी भी वैद्य थें, भाई भी वैद्य हैं। आयुर्वेद के बारे में एक एक बात जो हम बचपन से देखते आयें है। इसलिए आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए जो काम चल रहा है उससे बढ़िया कुछ हो ही नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना के तीसरी लहर के लिए हमलोग पूरी तरह से तैयार है।
इस कोरोना काल में आर्युवेद की मदद से भी बहुत लोगो को फ़ायदा हुआ है। मंगल पांडेय ने कहा कि हम लोग सौभाग्यशाली महसूस करते है जो कि ऐसे नेतृत्वकर्ता के साथ काम करने का मौका मिला जिनकी सोच में सिर्फ विकास है। जब हम स्वास्थ्य मंत्री बने थे तब राज्य में 11 मेडिकल कॉलेज था और आज 20 मेडिकल कॉलेज है अगले चार साल में बिहार में 31 मेडिकल कॉलेज होगा।