MUZAFFARPUR : 21 साल का वो लड़का रो-रो कर बिहार के डीजीपी से अपनी जान बचाने की गुहार लगाता रहा. अपनी जान बचाने के लिए वो थाने का चक्कर लगाता रहा. वो एसपी के पास फरियाद करता रहा. वो कहता रहा कि मैं मरना नहीं चाहता. मैं अपने परिवार के लिए जीना चाहता हूं. पुलिस बहरी हो गयी तो फेसबुक पर अपनी जान बचाने की गुहार लगाता रहा. वो कहता रहा कि अब अपराधियों और पुलिस के गठजोड़ से लड़ने की हिम्मत नहीं बची. इसलिए बिहार छोड कर चला जाऊंगा. लेकिन उससे पहले ही अपराधी आये और बीच सड़क पर उसे गोलियों से छलनी कर चले गये.
ये बिहार के मुजफ्फरपुर के विनीत कुमार की कहानी है. पुलिस ने उसकी सारी फरियादों को सुनने तक से मना कर दिया था तो हत्यारों के चंगुल से बचने के लिए विनीत आज बिहार छोड़ कर जाने वाला था. लेकिन एक दिन पहले ही बीच सड़क पर अपराधियों ने उसे गोलियों से भून दिया. मर्डर से ठीक पहले भी विनीत अपनी जान बचाने की गुहार लगाने थाने ही गया था. लेकिन थाने से लौटते ही अपराधी आये और मर्डर कर आराम से निकल गये.
विनीत की कहानी जानकर किसी इंसान का कलेजा चाक हो जायेगा
मुजफ्फरपुर के विनीत की कल रात शहर के अखाडाघाट रोड में गोली मार कर हत्या कर दी गयी. बीए का छात्र विनीत 8 महीने से अपराधियों का कहर झेल रहा था. पिछले साल मई में उस पर जानलेवा हमला हुआ था. अपराधियों ने उस पर गोली चलायी थी लेकिन किस्मत ने साथ दिया और गोली उसके हाथ को छूते हुए निकल गयी थी. विनीत ने मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
पुलिस का हाल देखिये. डीएसपी के सुपरविजन में गोली चलाने की बात को झूठा करार दिया गया. विनीत पर हुए हमले को जमानती धाराओं में तब्दील कर दिया गया. इस बीच अपराधी विनीत को लगातार जान से मारने की धमकी देते रहे. विनीत हर दिन थाने से लेकर एसपी के दफ्तर का चक्कर लगा कर अपनी जान बचाने की गुहार लगाता रहा. एक दिन खबर मिली कि पुलिस ने उस पर हमला करने वाले अपराधी को गिरफ्तार किया है. वो भागता हुआ थाने पहुंचा लेकिन वहां पता चला अपराधी को थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया गया. पुलिस ने विनीत को कहा-ये पुलिस का अधिकार है कि किसे जेल भेजे और किसे थाने से छोड़ दे.
पुलिस की शह ने अपराधियों को और बेलगाम बना दिया था. विनीत और उसके परिवार के लोगों पर लगातार हमले हो रहे थे. वो थाने जा रहा था लेकिन कोई फरियाद सुनने वाला नहीं था. हार कर 16 जनवरी को उसने बिहार के डीजीपी के नाम का एक वीडियो अपने फेसबुक पर डाला. विनीत ने कहा कि वो अपराधियों और पुलिस से हार गया है. मरना नहीं चाहता इसलिए कल बिहार छोड़ कर चला जायेगा.
17 जनवरी की शाम 6 बजे विनीत आखिरी बार मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने गया था. वहां से लौटने के बाद अखाड़ाघाट रोड में बीच सड़क पर उसकी हत्या कर दी गयी. अपराधियों ने उसके सिर में गोली माकर हत्या की और फिर हवाई फायरिंग करते हुए आराम से निकल गये. विनीत के पिता अरविंद शरण समस्तीपुर के रोसड़ा कोर्ट में पेशकार हैं.
विनीत की हत्या की सीसीटीवी फुटेज सामने आ चुकी है. मरने से पहले फेसबुक पर उसने जो वीडियो डाला था वो भी वायरल हो चुका है. हम आपको ये भी बता दें कि विनीत कुमार के कई संबंधी बड़े अधिकारी हैं. इसके बावजूद जब उसका ये हाल हुआ तो आम आदमी का क्या हाल होगा इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं. हम आपको बता दें कि ये मुजफ्फरपुर का वही अहियापुर थाना है जिसके इलाके में पिछले महीने एक लड़की को रेपिस्टों से जिंदा जला दिया था. उस लड़की ने भी थाने में लगातार अपनी जान और इज्जत बचाने की गुहार लगायी थी. लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया, नतीजतन बलात्कारी उसके घर में घुसे और जब अपने इरादे में सफल नहीं हुए तो लड़की को जिंदा जला कर चले गये.