DELHI: उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में एक अंतरिम आवेदन दायर कर 2017 से उत्तर प्रदेश में पुलिस हिरासत में बंदियों की मौतों, हत्या और मुठभेड़ का मामला उठाया गया है और ऐसे मामलों की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई है।
दरअसल, वकील विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका के हिस्से के रूप में यह आवेदन दायर किया है। जिसमें राज्य में मुठभेड़ों में मौतों की जांच की मांग की गई है। इसके साथ ही साथ याचिका में बीते 28 मार्च को बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर भी संदेह जताया गया है।
उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मौत 28 मार्च की रात हो गई थी। जेल में देर रात अचानक मुख्तार की तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उसको बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया था हालांकि उसके परिजनों और समर्थकों का आरोप है कि मुख्तार की मौत स्वभाविक नहीं थी।
बता दें कि बीते सात साल में यूपी पुलिस की कस्टडी में 10 गैंगस्टरों की मौत हो चुकी है। इनमें से सात की हत्या गोली मारकर उस वक्त कर दी गई जब पुलिस उन्हें या तो कोर्ट ले जा रही थी या जांच के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था। पिछले से यूपी के डॉन अतिक अहमद की भी अस्पताल जाने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।