मूकदर्शक बनी रही बिहार पुलिस: 30 डकैतों ने 20 बम ब्लास्ट कर बैंक से 20 लाख लूटे, को-ऑपरेटिव बैंक के उपाध्यक्ष को भी चाकू मारा

मूकदर्शक बनी रही बिहार पुलिस: 30 डकैतों ने 20 बम ब्लास्ट कर बैंक से 20 लाख लूटे, को-ऑपरेटिव बैंक के उपाध्यक्ष को भी चाकू मारा

WEST CHAMPARAN : बिहार में अपराधियों के अंदर से पुलिस प्रसाशन का खौफ कम होता नजर आ रहा है।  राज्य के अंदर शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरता हो जिस दिन कहीं न कहीं से हत्या, लूट, छिनतई की ख़बरें निकल कर सामने आती है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला पश्चिम चंपारण से निकल कर सामने आ रहा है। जहां, करीब 30 की संख्या में आए डकैतों ने बमबाजी करके दहशत मचा दिया। विरोध करने पर गृहस्वामी और उसके बेटे को चाकू से हमला कर घायल कर दिया। घटना के वक्त पुलिस करीब 100 मीटर की दूरी पर स्थित मेन रोड पर थी। लेकिन, इस बमबाजी के खौफ से पुलिस भी दुबक गई।


मिली जानकारी के अनुसार, मोतिहारी सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के उपाध्यक्ष अरुण सिंह के श्रीपुर खास ग्राम स्थित आवास पर डकैतों ने शुक्रवार की रात धावा बोलकर लगभग 25 लाख रुपए मूल्य की संपत्ति लूट ली।अपराधियों ने उपाध्यक्ष अरुण सिंह के अतिरिक्त उनके पुत्र जन अधिकार पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अभिजीत सिंह को भी मारपीट कर चाकू से जख्मी कर दिया। अपराधियों की संख्या ढाई दर्जन से अधिक बताई जा रही है जो मुख्य द्वार का ताला तोड़कर प्रवेश करने के बाद घर में घुसे।


बताया जा रहा है कि, अपराधी गैस कटर लेक आए थे। पहले भवन के मुख्य पेट का हैंडल भी गैस कटर से काट दिया और घर के सभी सदस्यों को कब्जे में लेकर लूटपाट मचाई। उन्होंने घर में रखे दो तिजोरियों को भी गैस कटर से काटकर आभूषण एवं नकद लूट लिए। इस क्रम में 20 से अधिक बम भी फोड़े। करीब एक घंटे तक लूटपाट का सिलसिला जारी रहा। पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीणों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया। 


इधर, इस घटना को लेकर ग्रामीण बताते हैं कि डकैती के वक्त पुलिस की गश्ती गाड़ी अरुण सिंह के आवास से महज100 मीटर दूर मेन रोड पर ही खड़ी रही लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि अपराधी तकरीबन 1 घंटे तक लूटपाट मचाते रहे। ग्रामीण बताते हैं गैस कटर का गैस खत्म हो जाने के बाद अपराधियों ने फोन कर इत्मीनान के साथ गैस मंगाया तथा तिजोरी को काटा। ग्रामीणों के आक्रोश का एक कारण यह भी है कि अपराधियों के आने की पूर्व सूचना के बावजूद पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी।