PATNA: मेरिट लिस्ट से नाम हटाए जाने से भड़के STET अभ्यर्थियों ने आज जमकर हंगामा मचाया। सचिवालय के बाहर बड़ी संख्या में जुटे एसटीईटी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया और सचिवालय के पास मुख्य सड़क का जाम कर दिया। इस दौरान अभ्यर्थियों ने एसटीईटी रिजल्ट में धांधली का लगाया और मामले की जांच की मांग की। अभ्यर्थियों ने कहा कि जितने भी सफल अभ्यर्थी हैं उन्हें नौकरी दी जाए। अभ्यर्थियों ने सरकार से न्याय की मांग की।
आक्रोशित एसटीईटी अभ्यर्थियों ने बताया कि दोबारा रिजल्ट घोषित किए जाने के बाद कम अंक वाले अभ्यर्थियों को सफल घोषित कर दिया गया और जो क्वालिफाई थे उनका नाम मेरिट लिस्ट से हटा दिया गया। 24599 अभ्यर्थी क्वालिफाई किए थे और अचानक से 24598 का मेरिट लिस्ट निकाल दिया गया। ऐसे में कई अभ्यर्थियों का नाम ही सूची में नहीं है अब हम लोग कहां जाएंगे। हंगामे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने अभ्यर्थियों को शांत कराया और यातायात को बहाल कराया।
गौरतलब है कि बीते सोमवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से एसटीईटी 2019 के पेपर 1 और पेपर 2 का फाइनल रिजल्ट जारी किया गया था। रिजल्ट सामने आने के बाद हजारों कैंडिडेट्स मेरिट लिस्ट से बाहर हो गए हैं। टीईटी एसटीईटी उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ का आरोप है कि एसटीईटी 2019 के मेरिट लिस्ट में धांधली की गई है। इसमें पारदर्शिता नहीं बरती गई है। STET परीक्षा में उतीर्ण अभ्यर्थियों को अंधकार में रखकर मेरिट लिस्ट जारी किया गया है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जारी रिजल्ट में दो तरीके का रिजल्ट दिख रहा है। एक में अभ्यर्थी उतीर्ण है लेकिन मेरिट लिस्ट से बाहर है जबकि दूसरे में अभ्यर्थी उतीर्ण एवं मेरिट लिस्ट दोनों में है। जबकि 12 मार्च को पहली बार रिजल्ट जारी करते समय शिक्षा मंत्री और अनेकों अवसर पर विभागीय अपर मुख्य सचिव संजय कुमार द्वारा यह कहा गया था कि एसटीईटी परीक्षा में सीट के विरुद्ध ही अभ्यर्थियों को उतीर्ण कराया गया है। इसलिए सबकी नौकरी पक्की है। लेकिन सोमवार को जारी रिजल्ट और मेरिट लिस्ट में ठीक इसके विपरीत हुआ। हजारों उतीर्ण अभ्यर्थी मेरिट लिस्ट से बाहर हो गए हैं। जब सीट के ही अनुसार रिजल्ट जारी हुआ है तो फिर ऐसा क्यों हुआ है। इसे लेकर अभ्यर्थियों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है।