PATNA : बिहार में नई महागठबंधन सरकार के लिए इन दिनों कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है. महीने भर से थोड़े ज्यादा का वक्त सरकार ने अभी पूरा किया है, लेकिन एक तरफ कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सरकार विरोधियों के निशाने पर है. तो वहीं, आरजेडी और जेडीयू के बीच भी सरकार में अब टकराव दिखने लगा है. आरजेडी कोटे से नीतीश सरकार में मंत्री सुधाकर सिंह ने जिस तरह नीतीश कुमार को कैबिनेट की बैठक के दौरान जवाब दिया, उसके बाद विवाद और बढ़ता दिख रहा है. मंत्री सुधाकर सिंह और नीतीश कुमार के बीच हुए विवाद का असर आज सरकार के एक कार्यक्रम में देखने को मिला. मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना का शुभारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में पहुंचे थे. उसमें डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद थे, लेकिन इन दोनों के बीच मंच पर कोई बातचीत नहीं हुई.
सोलर स्ट्रीट लाइट योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में पहुंचे नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव साथ साथ बैठे थे, लेकिन इस कार्यक्रम के दौरान दोनों के बीच कोई बातचीत होती नहीं दिखी. साथ बैठकर भी दोनों के बीच उसी तरह की दूरियां नजर आई जिस तरह बीजेपी से गठबंधन टूटने के पहले नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद के बीच एक सरकारी कार्यक्रम में देखने को मिली थी. नई सरकार के गठन के बाद नीतीश और तेजस्वी के बीच केमिस्ट्री जबरदस्त देखने को मिली है. चाचा भतीजे की जोड़ी विधानसभा से लेकर सरकारी कार्यक्रमों और अन्य मौकों पर भी एक दूसरे से बातचीत करती नजर आती है, लेकिन आज तेजस्वी ना तो नीतीश से मुखातिब थे और ना ही नीतीश कुमार ने तेजस्वी से कोई बातचीत की. लगभग 1 घंटे तक चले कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच बातचीत नहीं होना अपने आप में दूरियों का संकेत माना जा सकता है.
कृषि विभाग में मौजूद भ्रष्टाचार को लेकर मंत्री सुधाकर सिंह ने जिस तरह आईना दिखाया उसके बाद नीतीश कुमार खासे नाराज हैं. नीतीश कुमार ने जब मंत्री सुधाकर सिंह से कैबिनेट की बैठक के दौरान इस पर बातचीत करने का प्रयास किया तो सुधाकर सिंह इस्तीफे की धमकी देकर वहां से निकल गए थे. नीतीश ने इस बात का खुलासा कल खुद अपने बयान में किया था. नीतीश कुमार ने इस पूरे प्रकरण पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछ लेने के लिए भी मीडिया को कहा था, लेकिन मंत्री सुधाकर सिंह प्रकरण के बाद अब तेजस्वी और नीतीश कुमार के बीच अगर खुले मंच पर दूरियां दिख रही हैं तो यह सरकार के लिए पहला सियासी संकट है.
माना जा रहा है कि नीतीश कुमार ने मंत्री सुधाकर सिंह को लेकर अपना स्टैंड आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को बता दिया है. तेजस्वी और लालू यादव फिलहाल सुधाकर सिंह के मसले पर मीटिंग की बात को बहुत गंभीरता से लेते नजर नहीं आ रहे हैं. यही वजह है कि नीतीश कुमार आज तेजस्वी यादव से दूर-दूर नजर आए. तेजस्वी ने भी इस मौके पर नीतीश कुमार से बातचीत करने की कोई खास पहल नहीं की. उनका संबोधन भी इस कार्यक्रम में बेहद छोटा और नापतोल आ रहा. नीतीश कुमार ने अपने सरकार के कामकाज की समीक्षा की. एनडीए काल से बिहार में जो काम चल रहा है नीतीश कुमार उसकी चर्चा कार्यक्रम के दौरान करते रहे.
हालांकि कार्यक्रम खत्म होने के पहले नीतीश कुमार जब अपना संबोधन करने के बाद वापस बैठने के लिए लौटे तो संजय झा ने उन्हें टोका और उसके बाद तेजस्वी यादव के साथ नीतीश कुमार की एक छोटी सी बातचीत भी हुई. लेकिन पूरे कार्यक्रम के दौरान नीतीश और तेजस्वी पास-पास बैठने के बावजूद उस तौर पर नहीं दिखे जैसा अब तक नई सरकार के गठन के बाद चाचा भतीजे की जोड़ी दिखती रही है.