मंत्री चंद्रशेखर को अपने ही गठबंधन के साथी का झेलना पड़ा विरोध, सभापति ने शिक्षा बजट पर बोलने से रोका, सदन को किया स्थगित

मंत्री चंद्रशेखर को अपने ही गठबंधन के साथी का झेलना पड़ा विरोध, सभापति ने शिक्षा बजट पर बोलने से रोका, सदन को किया स्थगित

PATNA:शिक्षा विभाग के बजट पर सरकार के जवाब के दौरान विधान परिषद में शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर व सत्ता पक्ष के बीच रामचरितमानस को लेकर जमकर नोंकझोंक हुई। जिसे देखते हुए सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर ने सदन की कार्यवाही को अगले कार्य दिवस तक के लिए स्थगित कर दिया।


दरअसल शिक्षा बजट पर मंत्री चंद्रशेखर के जवाब के पहले से ही जदयू के नीरज कुमार गीता, कुरान व बाईबिल लेकर सदन में मौजूद थे। नीरज कुमार ने धर्मग्रंथों में उल्लेखित तथ्यों की चर्चा की और सबके लिए शिक्षा की महत्ता व शिक्षा के क्षेत्र में सरकार के किए गए प्रयासों पर जोर दिया। वहीं, शिक्षा मंत्री ने भ्रष्टाचार मुक्त नियोजन नियमावली लाने की बात कही। फिर समाजवादी नेताओं के शिक्षा व समाज सुधार को लेकर किए गए प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि आप कहें तो नीति और हम कहें तो राजनीति। शिक्षा को कहां ले जाना मुझे पता है। 


विधान परिषद मे शिक्षा मंत्री को अपने ही गठबंधन के सदस्यों का विरोध झेलना पड़ गया। बिहार के शिक्षा मंत्री बिहार विधान परिषद के अंदर बजट पर चर्चा के बाद बजट भाषण पढ़ने के लिए जैसे उठे और रामचरितमानस की टिप्पणियों को लेकर चर्चा करते इससे पहले सदन में मौजूद सत्ताधारी दल के सदस्यों ने आपत्ति जतायी। 


जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि इस सदन में शिक्षा मंत्री बिहार के विकास के लिए किये गये कार्यों की बात करें। शिक्षा मंत्री उन मुद्दों पर बात करें जिससे कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था मजबूत हो। यहां तमाम लोग शिक्षा मंत्री के शिक्षा से जुड़े मामले की बात को सुनने के लिए बैठे हैं ना कि रामायण और अन्य धर्म ग्रंथ के बारे में चर्चा के लिए आए हैं।


सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने शिक्षा मंत्री को रोका और कहा कि आपकी भावनाओं का सम्मान है। लेकिन आज जिस विषय पर सदन उपस्थित है उसी मुद्दे पर बात भी होनी चाहिए। विधान परिषद में शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर व सत्ता पक्ष के बीच रामचरितमानस को लेकर जमकर नोंकझोंक हुई। जिसे देखते हुए सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर ने सदन की कार्यवाही को अगले कार्य दिवस तक के लिए स्थगित कर दिया।