मांझी बोले- कन्हैया से डरते हैं लालू-तेजस्वी, इसलिए CPI से तालमेल नहीं चाहते, मुझे फोन कर गिड़गिड़ाते थे लालू

मांझी बोले- कन्हैया से डरते हैं लालू-तेजस्वी, इसलिए CPI से तालमेल नहीं चाहते, मुझे फोन कर गिड़गिड़ाते थे लालू

PATNA : महागठबंधन में मचे घमासान के बीच जीतन राम मांझी ने आज लालू प्रसाद यादव और उनके कुनबे के कई राज खोल दिये. कैसे लालू और तेजस्वी कन्हैया से डरते हैं. मांझी ने तेजस्वी यादव को नसीहत दी कि वे अपने पिता से जाकर पूछें कि कैसे संतोष मांझी को विधान परिषद का सदस्य बनाया गया. मांझी बोले-लालू यादव ताबड़तोड़ फोन कर मेरे सामने गिड़गिड़ाते थे, अब तेजस्वी आंख दिखा रहे हैं.


कन्हैया से डरते हैं लालू-तेजस्वी
महागठबंधन में मचे घमासान के बीच जीतन राम मांझी ने आज प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने कहा कि जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार से लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव डरते हैं. इसलिए वे किसी हाल में कन्हैया कुमार और उनकी पार्टी सीपीआई के साथ तालमेल करने को तैयार नहीं हैं. जबकि महागठबंधन की दूसरी पार्टियों की राय जुदा है. कन्हैया और सीपीआई गरीबों की लड़ाई लड़ रही है. उन्हें अगर बीजेपी विरोधी गठबंधन में शामिल किया जाये तो गठबंधन मजबूत होगा.


मांझी ने कहा कि ऐसे ही मामलों के कारण लालू और तेजस्वी महागठबंधन की को-ओर्डिनेशन कमेटी नहीं बनाना चाहते. बात सिर्फ कन्हैया की नहीं है. पप्पू यादव का भी मामला है. मांझी ने कहा कि पप्पू यादव का भी अपना जनाधार है. लेकिन उनसे भी लालू-तेजस्वी को डर लगता है. वे पप्पू यादव को भी महागठबंधन में शामिल नहीं करना चाहते.


लालू फोन कर गिड़गिड़ाते थे
जीतन राम मांझी ने आज तेजस्वी यादव को कड़ा जवाब दिया. दरअसल को-ओर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग कर रहे मांझी से तेजस्वी यादव ने संतोष मांझी को MLC बनाने पर सवाल पूछा है. तेजस्वी ने कहा है कि मांझी जी को ये बताना चाहिये कि बिना को-ओर्डिनेशन कमेटी के संतोष मांझी को कैसे विधान पार्षद बनाया गया. दरअसल तेजस्वी ये जताना चाह रहे थे कि आरजेडी ने जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी को MLC बनाकर उन पर अहसान किया है.


जीतन राम मांझी ने आज इसका जवाब दिया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को लालू यादव से पूछना चाहिये कि संतोष मांझी को कैसे MLC बनाया गया. मांझी बोले-लालू यादव फोन करके गिड़गिड़ाते थे. दर्जनों बार फोन किया. कहते थे-जीतन भाई मान जाइये. हमारे साथ आ जाइये. मांझी ने कहा कि लालू के बहुत मान-मनौव्वल पर वे आरजेडी के साथ आये. उसी दौरान अररिया लोकसभा और जहानाबाद विधानसभा का उप चुनाव था.


मांझी ने कहा कि उनके साथ आने के कारण अररिया में आरजेडी के प्रत्याशी सरफराज अहमद की जीत हुई. जिन क्षेत्रों में यादवों की आबादी थी वहां तो लालू के कैंडिडेट को वोट ही नहीं मिला. वोट वहां मिला जहां मुशहर जाति के वोटर थे. अब तेजस्वी यादव अहसान जता रहे हैं. जीतन राम मांझी ने कहा कि लालू यादव ने जबरदस्ती उनके बेटे को विधान पार्षद बनाया था.


धन कुबेर को कैसे भेज दिया राज्यसभा
जीतन राम मांझी यहीं नहीं रूके. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को बताना चाहिये कि राज्यसभा चुनाव में जिन धन कुबेरों को उन्होंने टिकट दिया. उनका क्या योगदान है. पार्टी या समाज के लिए कौन से काम किये हैं. उनके किस गुण को देखकर राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया गया.