PATNA: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है. भारत में भी करोनो के ढाई सौ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू की अपील की है. लेकिन सबसे बुरा हाल विदेश में फंसे भारतीय छात्रों का है जो कोरोना के कारण लॉक डाउन में रहने को मजबूर है.
फर्स्ट बिहार झारखंड से मांगी मदद
फर्स्ट बिहार झारखंड को विदेश में फंसे कुछ ऐसे ही छात्रों ने संपर्क किया है. फिलीपींस के मनीला में पढ़ाई कर रहे दर्जनों बिहारी छात्र वहां लॉक डाउन में फंसे हुए हैं. यह छात्र मनीला के प्रीपीचुअल यूनिवर्सिटी मैं पढ़ाई कर रहे हैं और फिलहाल कोरोना के कारण लॉक डाउन में रहने को मजबूर है. बिहार के दर्जनों छात्र मनीला में फंसे हुए हैं और इन्होंने अब फर्स्ट बिहार के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाई है. बिहार के जो छात्र मनीला में फंसे हैं उनमें ज्यादातर चंपारण और उत्तरी बिहार के हैं या छात्र वहां मेडिकल और मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे हैं.
फ्लाइट कैंसिल होने के कारण फंसे हैं बिहारी छात्र
आइए आपको दिखाते हैं मनीला में फंसे बिहारी छात्र मोनू खान की आप बीती जो खुद बता रहे हैं कि वहां हालात कैसे हैं दरअसल इन छात्रों को 18 मार्च के दिन ही वहां से वापस लौटना था. लेकिन फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से यह वापस नहीं आ सके अब फिलीपींस में इंडियन एंबेसी भी इनकी कोई मदद नहीं कर पा रही है. ऐसे में इन छात्रों को कौन वहां से निकालेगा बड़ा सवाल है. फर्स्ट बिहार झारखंड खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील करता है कि वह इस मामले में पहल करें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को कोरोना से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. लेकिन फिलिपिंस में फंसे इन बिहारियों और भारतीय छात्रों को निकालने के लिए उन्हें कोई प्रयास करना चाहिए.