ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

‘ममता, केजरीवाल और ओवैसी को अलग-अलग रोग.. उनकी दवाई भी अलग’, गिरिराज ने बताया CAA से क्यों हो रहा पेट में दर्द

1st Bihar Published by: HARERAM DAS Updated Wed, 13 Mar 2024 03:48:00 PM IST

‘ममता, केजरीवाल और ओवैसी को अलग-अलग रोग.. उनकी दवाई भी अलग’, गिरिराज ने बताया CAA से क्यों हो रहा पेट में दर्द

BEGUSARAI: पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों को छोड़कर पूरे देश में सीएए लागू हो गया है। अब दूसरे देशों में सताए जा रहे गैर मुस्लिम समुदाय के लोगों को सरकार भारत की नागरिकता देगी। केंद्र सरकार के इस फैसले को लेकर सियासत तेज हो गई है और विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हो गए हैं। विपक्ष का आरोप है कि केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव में लाभ लेने के उद्देश्य से लोकसभा चुनाव से पहले सीएए को लागू किया है। विपक्ष के इस आरोप का केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह ने जवाब दिया है।


गिरिराज सिंह ने कहा है कि ममता बनर्जी हो, केजरीवाल हों या ओवैसी हों सबके पेट में दर्द हो रहा है लेकिन सबकी दवा अलग-अलग है और सबका रोग भी अलग-अलग है। अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि पाकिस्तान के लोगों को नागरिकता दी जा रही है लेकिन उन्हें यह पता नहीं है कि ये पाकिस्तान के लोग नहीं हैं बल्कि भारतवंशी हैं। वोट की लालच में ये लोग भारतवंशियों की दुर्दशा को नहीं समझ पा रहे हैं। 


गिरिराज सिंह ने कहा कि हमें पता है कि चार-पांच साल पहले कुछ लोग वीजा लेकर तीर्थ के नाम पर आए थे, उनका वीजा खत्म हो गया था लेकिन ये लोग जेल जाने को तैयार थे लेकिन किसी भी हाल में वापस पाकिस्तान नहीं लौटना चाहते थे। क्या ऐसे हिंदुओं को पाकिस्तानी कहा जा सकता है। ये शर्णार्थी हैं और अगर इन शर्णार्थियों को भारत में जगह नहीं मिलेगी तो कहां मिलेगी। अफगानिस्तान से जो सिख समुदाय के लोग आए, उन्हें भारत में नहीं मिलेगा तो कहां शरण मिलेगा।


उन्होंने कहा कि ओवैसी का दर्द अलग है, ममता बनर्जी और केजरीवाल का दर्द एक है। वोट की लालच में ये लोग देश की एकता और भारतवंशियों को भूल गए हैं। जिस देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों उस देश का कोई भी भारतवंशी खुद को असुरक्षित महसूस नहीं करेगा। पश्चिम बंगाल में मतुआ समाज के लोग निर्वासित जीवन जी रहे हैं। सरकार की तरफ से कोई लाभ उनको नहीं दिया जाता है। ममता बनर्जी को कभी इस बात का एहसास नहीं हुआ कि उनके लिए कुछ करें।